Canada Report On India: भारत ने मंगलवार (28 जनवरी) की रात कनाडा के एक आयोग की रिपोर्ट में उसके खिलाफ लगाए गए ‘आक्षेपों’ को दृढ़ता से खारिज कर दिया. आयोग ने इन आरोपों की जांच की थी कि कुछ विदेशी सरकारें कनाडा के चुनावों में हस्तक्षेप कर रही हैं.विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह भारत पर रिपोर्ट के ‘आक्षेपों’ को खारिज करता है. उसने कहा कि बल्कि कनाडा भारत के आंतरिक मामलों में ‘लगातार हस्तक्षेप’ कर रहा है.


भारत  के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमने कथित हस्तक्षेप संबंधी गतिविधियों के बारे में एक रिपोर्ट देखी है. बल्कि कनाडा लगातार भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है.’’ मंत्रालय ने कहा कि कनाडा ने अवैध प्रवास और संगठित आपराधिक गतिविधियों के लिए माहौल तैयार किया है, जो भारत के लिए चिंता का विषय है. बयान में आगे कहा गया कि कनाडा में अवैध प्रवास को बढ़ावा देने वाली सहायता प्रणाली को समाप्त करने की जरूरत है, ताकि दोनों देशों के संबंध बेहतर हो सकें.


रिपोर्ट में भारत पर क्या आरोप?
कनाडा के विदेशी हस्तक्षेप आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, भारत कनाडा में चुनावी विदेशी हस्तक्षेप में शामिल दूसरा सबसे सक्रिय देश बन गया है. रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि भारत कनाडा में राजनयिक अधिकारियों और प्रॉक्सी एजेंटों के माध्यम से कनाडाई चुनावों में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा है.रिपोर्ट में दावा किया गया कि प्रॉक्सी एजेंटों की तरफ से अलग-अलग कनाडाई राजनेताओं को अवैध वित्तीय सहायता दी गई है, ताकि भारत समर्थक उम्मीदवारों के चुनाव को सुरक्षित किया जा सके. हालांकि, यह भी कहा गया कि निर्वाचित अधिकारी या उम्मीदवार इन हस्तक्षेप के प्रयासों से अवगत नहीं थे और ये प्रयास सफल भी नहीं हुए. इसके अलावा कनाडा ने अपने रिपोर्ट में पाकिस्तान, रूस और चीन को भी चुनाव में हस्ताक्षेप करने आरोपी ठहराया है और जांच करने की मांग की है.


भारत-कनाडा संबंधों में गिरावट
भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में पहले से ही तनाव है, विशेषकर सितंबर 2023 में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद. ट्रूडो ने कनाडाई संसद में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के एजेंटों के शामिल होने का आरोप लगाया था. भारत ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए इसे बेतुका और राजनीति से प्रेरित बताया था. इसके बाद से दोनों देशों ने एक-दूसरे के उच्चायुक्तों सहित कई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया, जिससे संबंध और खराब हो गए.


भारत-कनाडा कूटनीतिक तनाव
भारत और कनाडा के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ता जा रहा है, खासकर विदेशी हस्तक्षेप और खालिस्तानी मुद्दे को लेकर. यह रिपोर्ट दोनों देशों के संबंधों को और खराब कर सकती है. अब देखना होगा कि इस विवाद का हल कैसे निकलेगा और दोनों देश अपने संबंधों को सामान्य करने के लिए क्या कदम उठाते हैं.


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