वॉशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी प्रशासन ने देश के सबसे बड़े चैनल सीएनएन से पूरी तरह हार मान ली है. व्हाइट हाउस ने चैनल के पत्रकार जिम अकोस्टा को पूरी तरह से वापस बहाल कर दिया है. उनके ऊपर अस्थायी तौर पर प्रतिबंध लग दिया गया था. व्हाइट हाउस में अकोस्टा के अधिकार पूरे तरह से स्थापित हो जाने के बाद सीएनएन ने उस मामले को वापस लेने का फैसला किया है जो इस चैनल ने व्हाइट हाउस के ख़िलाफ़ दायर किया था.


एक बड़ी जानकारी ये भी सामने आई है कि व्हाइट हाउस ने उन रिपोर्टरों के लिए नए नियम बनाए हैं जो राष्ट्रपति ट्रंप या उनके प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की न्यूज़ कॉन्फ्रेंस को कवर करते हैं. नए नियमों के मुताबिक एक पत्रकार एक ही सवाल पूछ सकता है और पहले सवाल के संदर्भ में उसे अगर कोई अलग सवाल पूछना है तो ये उनकी अनुमति देने के विवेक पर निर्भर करेगा जो प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों का सामना कर रहा हैं.


इन नियमों का किसी तरह के उल्लंघन के लिए पत्रकार के प्रेस वाले परिचय पत्र को रद्द किया जा सकता है. ये सारी जानकारी व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने उस दौरान दी जब वो अकोस्टा को फिर से बहाल किए जाने की बात बता रही थीं. सैंडर्स ने कहा, "हमने जिम अकोस्टा और सीएनएन को जानकारी दी है कि उनका हार्ड पास फिर से बहाल कर दिया गया है. हमने उन्हें उन नए नियमों की भी जानकारी दी है जो अब व्हाइट हाउस में लागू होंगे."


अकोस्टा व्हाइट हाउस में सीएनएन के प्रमुख संवाददाता हैं. बीते सात नवंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनके और ट्रंप के बीच तीखी नोक झोंक हो गई थी जिसके बाद उनका पास संस्पेंड कर दिया गया था. सीएनएन ने व्हाइट हाउस के इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दे दी. संघीय जिला अदालत ने सीएनएन के पक्ष में फैसला दे दिया जिसके बाद अस्थायी तौर पर अकोस्टा के पास को वापस दे दिया गया था और अब इसे पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है.


सैंडर्स ने कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप पहले संशोधन (अमेरिका में बोलने की आज़ादी का कानून) और एक स्वतंत्र प्रेस में पूरी तरह विश्वास करते हैं. वो वर्तमान इतिहास के ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन तक बेहद आसानी से पहुंचा जा सकता है." उन्होंने आगे कहा कि ये सबके लिए एक बड़ी क्षति है कि व्हाइट हाउस में पत्रकारों की व्यावसायिकता पर निर्भर होने के बजाए हमें इससे जुड़े इवेंट्स के लिए लंबी आचार संहिता बनानी पड़ी.


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