अंकारा: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुर्की के राष्ट्रपति रज्जब तैयब इर्दोगान को जनमत संग्रह जीतने पर फोन करके बधाई दी. इस जनमत संग्रह में जीत से इर्दोगान की शक्तियां बढ़ेंगी.


सरकारी एजेंसी अनादोलु ने रविवार को मतदान में 51 प्रतिशत से अधिक मत हासिल करके इर्दोगान के जीत हासिल करने के बाद तुर्की के राष्ट्रपति कार्यालय संबंधी सूत्रों के हवाले से कहा, ‘‘ट्रंप ने इर्दोगान को फोन किया और उन्हें जनमत संग्रह में उनकी सफलता के लिए बधाई दी.’’

ट्रंप की प्रतिक्रिया ईयू (यूरोपिय यूनियन) नेताओं से विरोधाभासी है जिन्होंने मामूली अंतर से मिली इस जीत पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है. निगरानी संस्थाओं ने इस जनमत संग्रह के ‘निष्पक्ष नहीं होने पर’ चिंता व्यक्त की है.

जनमत संग्रह के बाद आपातकाल बढ़ाने पर सहमत हुई तुर्की की कैबिनेट

तुर्की की कैबिनेट ने देश के राष्ट्रपति रज्जब तैयब इर्दोगान के खिलाफ तख्तापलट की पिछली जुलाई में असफल कोशिश के बाद लागू आपातकाल को तीन और महीने बढ़ाने पर सहमति जताई है. यह जानकारी उप प्रधानमंत्री ने दी. इर्दोगान की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एमजीके) की इस विस्तार की सिफारिश को लेकर बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया.

उप प्रधानमंत्री नुमान कुतरुलमस ने कहा, ‘‘सिफारिश पर विचार किया गया और मंत्रिपरिषद ने तीन और महीनों के लिए आपातकाल की स्थिति बढ़ाने के फैसले पर हस्ताक्षर किए.’’ यह आपातकाल 19 अप्रैल को समाप्त होना था. इर्दोगान की शक्तियों को बढ़ाने के लिए संवैधानिक बदलावों को लेकर रविवार को तुर्की के मतदाताओं की अनुमति मिलने के बाद आपातकाल को बढ़ाया गया है.

इससे पहले अक्टूबर और जनवरी में भी दो बार आपातकाल की अवधि बढ़ाई गई है. पहली बार आपातकाल की घोषणा तख्तापलट की कोशिश के पांच दिन बाद 20 जुलाई को हुई थी. कुतरुलमस ने कहा कि अब अंतिम स्वीकृति के लिए यह निर्णय संसद में जाएगा. उप प्रधानमंत्री ने कहा कि यह फैसला तुर्की की सरकार को नियंत्रण रहित बनाने के लिए नहीं लिया गया है बल्कि यह ‘आतंकवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई’ के कारण लिया गया है.

उन्होंने कहा कि तख्तापलट की कोशिश से जुड़े आरोपियों के खिलाफ ‘इस संघर्ष में हर आवश्यक चीज की जाएगी.’ तख्तापलट की कोशिश से संबंध होने के संदेह में आपातकाल के दौरान 47,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.