ट्रंप ने 'भारत विरोधी' जॉन बोल्टन को बनाया नया सुरक्षा सलाहकार
पिछले 14 महीनों में अमेरिका की ट्रंप सरकार ने तीसरा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बदल दिया है
नई दिल्ली: बीते 14 महीनों के कार्यकाल में ये तीसरा मौका है जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बदला है. इस बार उन्होंने जॉन बोल्टन को अपना राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया है. बोल्टन को उस भारत विरोधी कदम के लिए जाना जाता है जिसमें उन्होंने यूएनएससी में भारती की सदस्यता का विरोध किया था. जॉन बोल्टन ने अपने चीनी समकक्ष के साथ मिलकर भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दावेदारी को विफल करने का काम किया था.
उनक चयन पर स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री कार्ल बिल्ड ने भी अचरज जताया है जिससे साफ है कि ये चयन अमेरिका समेत दुनियाभर के गले से नहीं उतर पाया है. स्वीडन के पूर्व पीएम ने कहा, "बोल्टन! सच में! अब तो मुझे छुपने की जगह ढूढ़नी पड़ेगी." उनका यह ट्वीट ऐसे समय में आया जब ट्रंप ने अपने ट्वीट करके अपने सुरक्षा सलाहकार को हटाने की बात साझा की.
एचआर मैकमास्टर की जगह अब जॉन बोल्टन अमेरिकी राष्ट्रपति के नए सुरक्षा सलाहकार होंगे. आपको बता दें कि ये वही सुरक्षा सलाहकार जिन्होंने भारत की सुरक्षा परिषद में सदस्यता का विरोध किया था. स्वीडन पूर्व पीएम ने आगे कहा, "हां बोल्टन, वाकई में खतरनाक स्थिति है!" उन्होंने कहा कि बोल्टन की जगह और भी लोग हो सकते थे जो अमेरिका को अच्छा नेत्तृव दे सकते थे. ट्रंप का यह निर्णय हमारे लिए खतरे का संकेत हैं.
वॉशिंगटन पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि ट्रम्प मैकमास्टर को हटा सकते हैं. निजी तौर पर मैकमास्टर के साथ उनके संबंध प्रगाढ़ नहीं रहे हैं.