इराक में अमेरिकी ठिकानों पर ईरान ने दागी एक दर्जन मिसाइलें, ट्रंप बोले- 'ऑल इज वेल'
अमेरिकी ठिकानों पर ईरान द्वारा मिसाइलें दागी जाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है 'ऑल इज वेल'.
नई दिल्ली: बदले की कार्रवाई के तहत आज सुबह ईरान ने इराक में मौजूद अमेरिकी सेना कैंप पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलों से हमला किया है. इस हमले के बाद अब दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है. इस हमले में अमेरिका को कितना नुकसान हुआ है, फिलहाल इसकी सही जानकारी फिलहाल नहीं आई है. हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है- 'ऑल इज वेल'.
कल सुबह बयान दूंगा- डोनाल्ड ट्रंप
ट्रंप ने कहा,'' ऑल इज वेल, इराक में स्थित दो सैन्य ठिकानों पर ईरान ने मिसाइलें दागी है. इसमें होने वाले हताहतों और नुकसान का आकलन किया जा रहा है. अब तक सब ठीक है. हमारे पास दुनिया में कहीं भी सबसे शक्तिशाली और अच्छी तरह से सुसज्जित सेना है. मैं कल सुबह बयान दूंगा.''
All is well! Missiles launched from Iran at two military bases located in Iraq. Assessment of casualties & damages taking place now. So far, so good! We have the most powerful and well equipped military anywhere in the world, by far! I will be making a statement tomorrow morning.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 8, 2020
क्या हुआ आज सुबह
अमेरिका और ईरान के बीच सुलेमानी की मौत के बाद तनाव अब और बढ़ गया है. आज सुबह ईरान ने इराक में अमेरिकी सैनिकों की तुकड़ियों पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइल से हमला किया है. अबरिल और अल असद सैन्य बेस पर ईरान ने मिसाइल से हमला बोला है. ये मिसाइलें सतह से सतह पर अटैक करती हैं. हमले के बाद ईरान ने अमेरिका और अमेरिकी सैनिक को जवाबी कार्रवाई न करने की चेतावनी भी दी है.खुद अमेरिका ने इस बात की पुष्टि की है कि ईरान की ओर से मिसाइलों के जरिए सैनिकों के ट्रेनिंग बेस पर हमला किया गया है. ईरान की ओर से हुए हमले में फिलहाल कितने अमेरिकी सैनिक घायल हुए हैं, इसकी जानकारी नहीं है.
अमेरिका पर इस हमले के बाद ईरान के एक टीवी चैनल ने बताया कि यह हमला जनरल कासिम सुलेमानी की मौत का बदला लेने के लिए किया गया है. बताया जा रहा है कि ईरान ने इराक में अमेरिकी सैनिकों की टुकड़ियों पर इसलिए हमला किया है, क्योंकि जनरल सुलेमानी को अमेरिका ने इराक में ही मारा था.
आत्मरक्षा में उठाया कदम
ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा, संयुक्त राष्ट्र के चार्टर आर्टिकल 51 के तहत ईरान ने आत्मरक्षा में यह कदम उठाया जो हमारे नागरिकों और वरिष्ठ अधिकारियों पर किए गए कायरतापूर्ण हमले का जवाब था.
Iran Foreign Minister Javad Zarif: We do not seek escalation or war, but will defend ourselves against any aggression. (2/2) https://t.co/sQWSje74fh
— ANI (@ANI) January 8, 2020
ट्रंप ने सुलेमानी को बताया राक्षस
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरानी कमांडर जनरल कासिम सुलेमानी को राक्षस कहा है. ट्रंप का मानना है कि अमेरिका ने कासिम सुलेमानी को मार कर कई बेगुनाहों की जान बचाई है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा,'' वो एक राक्षस था, वो मर गया. वो हमारे ख़िलाफ़ एक बड़ा और बुरा हमला करने की तैयारी कर रहा था. मुझे नहीं लगता इस बारे में कोई शिकायत कर सकता है." इसके साथ ही ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी सैनिक अगर ईरान से निकल जाते हैं तो उस देश के लिए काफी बुरा होगा.
सुलेमानी को अमेरिका ने मार गिराया
अमरीका ने 3 जनवरी को बगद़ाद हवाई अड्डे के पास ड्रोन से एक हवाई हमला किया. इस हमले में ईरान के अल-क़ुद्स फ़ोर्स के प्रमुख क़ासिम सुलेमानी समेत कई लोग मारे गए. जनरल कासिम सुलेमानी बहुचर्चित कुद्स फोर्स के प्रमुख थे, यह फोर्स ईरान द्वारा विदेशों में चल रहे सैन्य अभियानों को अंजाम देने के लिए जानी जाती है. सुलेमानी एक खुफिया अधिकारी और सैन्य अधिकारी के तौर पर ईरान के लिए बेहद महत्वपूर्ण माने जाते थे. ईरान के सुप्रीम लीडर आयातोल्लाह खामेनेई के बाद उन्हें ईरान का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण चेहरा भी कहा जाता है.
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