वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 6 मुस्लिम बहुल देशों से आने वाले लोगों पर ट्रेवल बैन लगाने वाले संशोधित आदेश पर हस्ताक्षर किए. नये आदेश में इराक का नाम शामिल नहीं है.


गौरतलब है कि ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद संभालने के साथ ही इराक समेत सात मुस्लिम देशों पर ट्रेवल बैन लगाते हुए शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर किए थे. लेकिन अदालतों ने उसके इस फैसले को रोक दिया. इसे लेकर दुनिया भर के लोगों में काफी गुस्सा भी था.


व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने पुष्टि की है कि ट्रम्प ने बंद कमरे में इस आदेश पर हस्ताक्षर किए. नये शासकीय आदेश में सूडान, सीरिया, ईरान, लीबिया, सोमालिया और यमन के लोगों पर 90 दिनों का बैन लगाया गया है. ये बैन पहले से वैध वीजा प्राप्त लोगों पर लागू नहीं होगा. इस नए आदेश के तहत इन 6 देश के लोगों को 90 दिन तक नया वीजा जारी नहीं किया जाएगा.


आदेश के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति के पास 27 जनवरी, 2017 शाम पांच बजे से पहले का वैध वीजा था या शासकीय आदेश के लागू होने के दिन वैध वीजा था तो उसे अमेरिका में प्रवेश से नहीं रोका जायेगा.


आदेश में कहा गया है, ‘90 दिनों का ये समय विदेशी नागरिकों द्वारा आतंकवादियों और अपराधियों के घुसपैठ को रोकने के लिए मानदंड तय करने और समुचित समीक्षा करने का वक्त देगी.’ नये आदेश में इराक का नाम हटा दिया गया है. वहीं दूसरी ओर न्यूयॉर्क के अटॉर्नी जनरल का कहना है कि वे ट्रम्प के नये आदेश को अदालत में चुनौती देने के लिए तैयार हैं.


एरिक शेनिडरमैन ने कहा, ‘व्हाइट हाउस ने भले ही बैन में बदलाव किए हों, लेकिन मुसलमानों के प्रति भेदभाव की मंशा स्पष्ट है. यह ना सिर्फ ट्रम्प की तानाशाही नीतियों के बीच फंसे परिवारों को नुकसान पहुंचा रहा है बल्कि, ये हमारे मूल्यों के खिलाफ है और हमें कम सुरक्षित बनाता है.’ उन्होंने कहा कि देश भर की अदालतों ने साफ कर दिया है कि ट्रम्प ‘संविधान से ऊपर नहीं हैं.’