पाकिस्तानी हिन्दू लड़की तुलसी मेघवार ने ऐसा क्या किया कि दुनियाभर में हो रही चर्चा
Pakistani Tulsi Meghwar: तुलसी मेघवार पाकिस्तान की पहली हिंदू महिला खिलाड़ी हैं. वह बेस बॉल और सॉप्ट बॉल खेलती हैं और उनका सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का है.
Pakistan First Female Hindu Player: पाकिस्तान की तुलसी मेघवार देश की पहली हिंदू महिला है जो सॉप्टवॉल और बेसबॉल में नेशनल चैंपियन बनी हैं. वह पाकिस्तान की नेशनल सॉप्टवॉल टीम की हिस्सा भी हैं. पाकिस्तान अखबार डॉन के मुताबिक, देश में हिंदू समुदाय से आने वाली वो पहली लड़की है जिन्होंने स्पोर्टस में अपनी ख्याति बनाई है. अखबार लिखता है कि मेघवार समुदाय के लोग लड़कियों को पढ़ाने को लेकर रूढ़िवादी विचार रखते हैं.
तुलसी का जन्म सिंध प्रांत के कोटरी के साधू पारो मोहल्ले में हुआ था. ये इलाका सिंधू नदी के किनारे पर बसा हुआ है. तुलसी के पिता हरजी लाल एक पत्रकार हैं और एक सिंधी अखबार के लिए काम करते हैं.
द डॉन से बातचीत में उन्होंने कहा, "मेघवार समुदाय और मेरे घर में कई लोगों ने मुझे बेटियों को पढ़ाने-लिखाने पर आपत्ति जताई थी लेकिन मैंने उन्हें पढ़ाना जारी रखा."
खेल की ओर कैसे बढ़ा रुझान?
तुलसी का खेल के प्रति रुझान स्कूल के दिनों में बढ़ा. बीबीसी ऊर्दू को दिए इंटरव्यू में तुलसी ने बताया कि साल 2016 में वह छठी क्लास में पढ़ रही थी, उस दौरान उनके स्कूल में स्पोर्टस कैंप लगा. तुलसी ने भी इस कैंप में हिस्सा लिया और वो सेलेक्ट हो गईं. तुलसी अब तक छह बार नेशनल और तीन बार एशियन गेम खेल चुकी हैं, लेकिन अब वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलना चाहती हैं.
क्या रही चुनौती?
तुलसी ने कहा कि उनकी उपलब्धियों के लिए मेघवार और हिंदू समुदाय ने उनका हौसला बढ़ाया, लेकिन कई लोग ऐसे भी थे जो मेरे खेलने पर सवाल उठाते थे. मैं उनकी बातों को एक कान से सुनकर दूसरी कान से निकाल देती थी. मेरा फोकस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का है.
तुलसी ने बताया कि प्रैक्टिस के लिए उनके पास ऐसे ग्राउंड नहीं थे जहां लड़कियां इत्मिनान से प्रैक्टिस कर पाएं. उन्होंने कहा, जिस ग्राउंड पर हम प्रैक्टिस करने जाते थे वहां लड़के भी प्रैक्टिस करते थे लेकिन हमने किसी तरह प्रैक्टिस पूरा किया.