इस्तांबुल: तुर्की और रूस ने पूरे सीरिया के लिए एक सीज़फायर पर सहमति जताई है, हालांकि विद्रोही समूहों ने कहा है कि ऐसे किसी आधिकारिक समझौते पर सहमति नहीं बनी है. सरकारी अंदोलू समाचार एजेंसी ने कहा है कि इस योजना का लक्ष्य अलेप्पो शहर में सीज़फायर का विस्तार करना है जिसकी मध्यस्थता तुर्की और रूस ने इस महीने की शुरुआत में की थी ताकि समूचे देश से नागरिकों को निकालने की इजाजत मिल सके.

अगर यह सफल होती है तो यह योजना दमिश्क और विपक्ष के बीच कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में राजनीतिक बातचीत का आधार तैयार कर सकती है. उधर, अंकारा में तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगान ने इस समझौते का कोई उल्लेख नहीं किया, लेकिन क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि ‘मैं उस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दे सकता जिस बारे में मेरे पास पर्याप्त जानकारी नहीं है.’

सीरियाई विद्रोहियों के एक समूह ने एएफपी को बताया कि इस सीज़फायर योजना का ब्यौरा अब भी विपक्षी लड़ाकों को नहीं सौपा गया है और अभी समझौता नहीं हुआ है. समाचार एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सीज़फायर की पिछली योजनाओं की तरह इससे आतंकी संगठनों को बाहर रखा गया है. पिछली योजनाओं की मध्यस्थता अमेरिका और रूस ने की थी. एजेंसी के मुताबिक तुर्की और रूस योजना को आधी रात से लागू कराने के लिए काम करेंगे.