Rescue Operation In Turkiye: तुर्किए और सीरिया में 6 फरवरी को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप (Earthquake) से अब तक 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 80 हजार से ज्‍यादा लोग जख्‍मी हुए हैं. वहीं, हजारों इमारतें ढहने से कई शहरों में मलबे के ढेर लगे हुए हैं. कई देशों के हजारों बचावकर्मी मलबे के ढेर से लोगों को बचाने में जुटे हैं. तुर्किए के हैते प्रांत में एक नवजात को 90 घंटों बाद रेस्‍क्‍यू किया गया.


बचाया गया नवजात, मां बेहोश मिली


यह बच्‍चा महज 10 दिन पहले पैदा हुआ है, और उसके परिजनों की भूकंप से जान चली गई है. तुर्किए की डिजास्‍टर एजेंसी की ओर से बताया गया कि बचावकर्मियों ने बच्‍चे की मां को भी निकाला है. उसकी मां को होश में लाने की कोशिश की जा रही है, उसे एक स्ट्रेचर पर वहां से अस्‍पताल ले जाया गया है. इस दौरान "इंशाअल्लाह" (ईश्वर की इच्छा) के बोल गूंजे.


इस्‍तांबुल के मेयर ने ट्विटर पर शेयर की तस्वीर


बच्‍चे की तस्वीर को तुर्किए में इस्‍तांबुल के मेयर ने ट्विटर पर शेयर किया. उन्‍होंने बताया कि इसी तरह कई छोटे बच्चों को मलबे से निकाला गया है. भूकंप के बाद जीवित बचे लोगों की तलाश करते-करते कर्मचारियों में पांचवें दिन थकान आ गई, इसके बावजूद वे रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन में जुटे हैं. इस्‍तांबुल के मेयर के मुताबिक, तबाही के 5वें दिन शिशु और उसकी मां को एक ढही हुई इमारत के मलबे के अंदर से निकाला गया है.






इसी तरह बचावकर्मियों ने भूकंप आने के 103 घंटे बाद एक महिला को मलबे से निकाला. कर्मचारियों ने उसके चेहरे पर ऑक्सीजन मास्क लगाया और उसे सुरक्षित स्थान पर ले गए. ऐसी अनगिनत तस्‍वीरें हैं, जो पीड़ितों के बीच आशा की किरण बन रही हैं. तुर्किए सरकार ने अपने 15 हजार से ज्‍यादा बचावकर्मियों को आपदाग्रस्‍त इलाकों में तैनात कर रखा है.


भारत समेत 70 से ज्‍यादा देशों ने तुर्किए और सीरिया में आपदा-राहत टीमें भेजी हैं. साथ ही पीडितों के लिए खाना-कपड़े और अन्‍य चीजें भी पहुंचाई हैं.


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