Turkey Earthquake: तुर्किए (Turkey) और सीरिया (Syria) में सोमवार (6 फरवरी) को भीषण भूकंप आया. इस भूकंप में तुर्किए के लगभग 3 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई और सीरिया के मौतों के आंकड़े को जोड़कर संख्या 5 हजार के पार चली गई है. तुर्किए की इस दुख के घड़ी में दुनिया के करीब 84 देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाए, जिसमें भारत ने अपनी तरफ से दो एनडीआरएफ की टीमें भेजी हैं और 90 सदस्यों की एक मेडिकल टीम भी भेजी है. 


इसी बीच दिल को छू लेने वाली खबर भी सामने आई है. तुर्किए के 9 साल के एक बच्चे ने रिलीफ फंड में अपनी पिग्गी बैंक के सारे पैसे भूकंप रिलीफ फंड में दान कर दिए. पिछले इस साल बच्चे ने भी एक भूकंप को झेला था. नौ साल के बच्चे का नाम अल्परसलान एफे डेमिर है.


बच्चा झेल चुका है भूकंप का दर्द
तुर्की के उत्तर-पश्चिमी डुजसे प्रांत में नवंबर में आए 5.9 तीव्रता के भूकंप के बाद अल्परसलान एफे डेमिर को एक तंबू में रहने के लिए मजबूर होना पड़ा. टेलीविजन पर भूकंप कि तबाही की फुटेज देखकर डेमिर का दिल टूट गया. हजारों लोगों की तकलीफ से परेशान लड़के ने अपनी मां सिनम डेमिर से कहा कि वह अपने पिग्गी बैंक के सारे पैसों को रिलीफ फंड में दान करना चाहता है. एफे डेमिर अपनी मां के साथ तुर्की रेड क्रीसेंट की ड्यूज ब्रांच गए और अधिकारियों को पैसे सौंप दिए. उन्होंने भूकंप से बचे लोगों के लिए एक लेटर भी लिखा.


'किसी भी हालत में भूखे नहीं रहना चाहिए'
एफे डेमिर ने लेटर में लिखा, ''जब मेरे शहर दुज में भूकंप आया था तो मैं बहुत डर गया था. जब मैंने अपने कई शहरों में भूकंप के बारे में सुना तो मुझे यही डर लगा, इसलिए मैंने अपने बड़ों की तरफ से दिए गए पॉकेट मनी को वहां बच्चों के लिए भेजने का फैसला किया. मैं अगर कुछ दिन चॉकलेट नहीं खाऊंगा तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है. भूकंप वाले इलाके में बच्चे किसी भी हालत में भूखे नहीं रहना चाहिए. मैं अपने सारे कपड़े और खिलौने भी बच्चों को दे दूंगा.''


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