गाजा पर हवाई हमले के बाद तुर्की ने इजरायल का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ा विरोध किया है. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से कहा कि फलस्तीनियों के प्रति इजराइल के रवैये के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समुदाय को ‘‘उसे कड़ा एवं कुछ अलग सबक सिखाना’’ चाहिए.


 


राष्ट्रपति एर्दोगन ने ब्लादिमीर पुतिन से की बात


तुर्की के राष्ट्रपति संचार निदेशालय के मुताबिक, दोनों देशों के नेताओं ने बुधवार को टेलीफोन पर यरूशलम के विवादित क्षेत्र को लेकर तनाव पर चर्चा की. बयान के अनुसार एर्दोआन ने कहा कि ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजराइल को कड़ा और अलग सबक सिखाना’’ चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् को त्वरित हस्तक्षेप करना चाहिए ताकि इजराइल को ‘‘स्पष्ट संदेश’’ जाए.


 


बयान में कहा गया कि तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने पुतिन को सुझाव दिया कि फलस्तीनियों की रक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा बल पर विचार किया जाना चाहिए. इस बीच इंस्तांबुल में हजारों लोगों ने मंगलवार की शाम देशव्यापी कोरोना वायरस कर्फ्यू का उल्लंघन कर इजराइली हमले के विरोध में प्रदर्शन किया. काफी संख्या में कारों का काफिला तुर्की एवं फलस्तीनी झंडे लहराते हुए इजराइली दूतावास की तरफ रवाना हुए.


 


इजरायल और हमास के एक दूसरे पर हमले में 28 की मौत


इजराइली ने मंगलवार को हवाई हमले में गाजा शहर स्थित दो गगनचुंबी इमारत को निशाना बनाया. वहीं हमास और अन्य सशस्त्र समूहों ने दक्षिणी इजराइल पर सैकड़ों रॉकेट दागे. दोनों तरफ से हुए इन हमलों में बच्चों समेत कुल 28 लोगों की जान चली गई. इजराइल में काम करने वाली केरल की एक महिला की कथित रूप से इस फिलिस्तीनी रॉकेट हमले में मौत हो गई. जबकि 152 अन्य घायल हुए. यरूशलम में हफ्तों के तनाव के बाद यह झड़प हुई.


 


गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि सोमवार शाम से शुरू हुई झड़प में 10 बच्चों और एक महिला समेत 28 फलस्तीनियों की मौत हुई है. अधिकतर मौत हवाई हमलों से हुई. इजराइली सेना ने कहा कि मरने वालों में कम से कम 16 उग्रवादी थे. इसी दौरान गाजा के उग्रवादियों ने इजराइल की तरफ सैकड़ों रॉकेट दागे जिसमें एस्कलोन शहर में दो इजराइली महिलाओं की मौत हो गई जबकि 10 अन्य घायल हो गए.


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