तुर्की ने खशोगी की हत्या के आरोपी सऊदी अरब के खिलाफ मुकदमा स्थगित किया
मानवाधिकार समूहों ने आगाह किया था कि सऊदी अरब को यह मामला स्थानांतरित करने से इस हत्या पर पर्दा डाल दिया जाएगा. ऐसा संदेह है कि इस हत्या के पीछे सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान का हाथ है.
सात अप्रैल (एपी) तुर्की की एक अदालत ने वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार जमाल खशोगी की निर्मम हत्या के आरोपी सऊदी अरब के 26 लोगों की अनुपस्थिति में मुकदमे को गुरुवार को निलंबित कर दिया और मामला सऊदी अरब को स्थानांतरित कर दिया है.
मानवाधिकार समूहों की आशंकाओं के बावजूद यह फैसला आया है. मानवाधिकार समूहों ने आगाह किया था कि सऊदी अरब को यह मामला स्थानांतरित करने से इस हत्या पर पर्दा डाल दिया जाएगा. ऐसा संदेह है कि इस हत्या के पीछे सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान का हाथ है.
यह घटनाक्रम ऐसे समय हुआ है जब खशोगी की हत्या के बीच संबंधों के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद तुर्की, सऊदी अरब के साथ अपने रिश्तों को फिर से सामान्य बनाने का प्रयास कर रहा है. मीडिया में आयी कुछ खबरों में दावा किया गया है कि रियाद ने तुर्की से संबंधों में सुधार लाने के लिए सऊदी अरब के लोगों के खिलाफ मामला वापस लेने की शर्त रखी है.
कौन हैं शहजादे मोहम्मद बिन सलमान
मोहम्मद बिन सलमान अल सौद का जन्म 31 अगस्त 1985 जेद्दा में हुआ था. वह सऊदी अरब के युवराज और सऊदी अरब प्रशस्ति पत्र के प्रथम उपप्रधानमंत्री और दुनिया के सबसे कम उम्र के रक्षामंत्री हैं. वे शाह बनने से पहले भी कभी-कभी शाही अदालत और विकास मामलों के लिए परिषद के प्रमुख अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते थे. मोहम्मद बिन सलमान अल सौद अपने पिता राजा सलमान के सिंहासन के उत्तराधिकारी शक्ति के रूप में वर्णित किये गये और 21 जून 2017 को उनका राज्याभिषेक किया गया. युवराज मौहम्मद बिन सलमान अपने पिता के सिंहासन के लिए वारिस बनाने तथा राजा सलमान के सभी पदों से पदच्युत होने के बाद राज सिंहासन पर नियुक्त हुए.
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