Russia Ukraine War: तुर्की (Turkey) के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोआन (Recep Tayyip Erdoğan) ने नाटो (NATO) और यूरोपीय संघ (EU) पर यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को लेकर "दृढ़ रुख" अपनाने में विफल रहने का आरोप लगाया.
एर्दोआन, जिनका देश सैन्य गठबंधन का सदस्य है, ने कहा, "नाटो को और निर्णायक कदम उठाना चाहिए था." उन्होंने कहा, "यूरोपीय संघ और अन्य समर्थक पश्चिमी (निकाय) इस समय एक गंभीर और दृढ़ रुख अपनाने में विफल रहे हैं. वे सभी यूक्रेन को बहुत सारी सलाह प्रदान कर रहे हैं."
एर्दोआन ने चेतावनी दी कि शिखर सम्मेलन को "सिर्फ सलाह और निंदा के रूप में नहीं बदल जाना चाहिए." उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि आज का नाटो शिखर सम्मेलन एक अधिक दृढ़ दृष्टिकोण प्रदर्शित करेगा."
युद्ध दूसरे दिन भी जारी
इस बीच युद्ध के दूसरे दिन रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव तक पहुंच गई हैं. वहीं उन्हें रोकने के लिए तेतरिव नदी पर बना पुल उड़ा दिया गया है. यूक्रेन की सेना ने रूसी टैंकों को घुसने से रोकने के लिए यह कदम उठाया है. रूसी सेना नॉर्थ ईस्ट और ईस्ट के रास्ते यूक्रेन की राजधानी कीव की ओर बढ़ रही है.रायटर्स के हवाले से ये जानकारी सामने आई है कि कीव के अधिकारियों ने लोगों से घर के अंदर रहने को कहा है. सैन्य ऑपरेशन से बचने के लिए उन्हें ऐसा करने को कहा गया है. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूरोपीय संघ से रूस पर दबाव बढ़ाने के लिए कड़े प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया है.
रूसी विदेश मंत्री ने कहा बातचीत के लिए तैयार लेकिन...
रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीज रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergey Lavrov) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि एक बार यूक्रेन की सेना सरेंडर कर दे तो हम बातचीत के लिए तैयार हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन को 'अत्याचार से मुक्त' करना चाहता है ताकि यूक्रेन के लोग अपना भविष्य निर्धारित कर सकें. मॉस्को में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विदेश मंत्री ने कहा कि रूस ऐसी परस्थितियों में मौन नहीं रह सकता. हम यूक्रेन की सरकार को लोकतांत्रिक सरकार मानने का अभी कोई अवसर नहीं देखते.
यह भी पढ़ें: