Cyprus Naval Base: तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन के एक ऐलान के बाद से यूरोप में सियासत गरमा गई है. एर्दोगन ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो तुर्की साइप्रस में नौसैनिक अड्डा बनाने के लिए तैयार है. एर्दोगान ने तुर्की की सेना के साइप्रस पर हमला करने के 50 साल पूरे होने के मौके पर यह बयान दिया. हालांकि, यह द्वीप अब बंट चुका है.


तुर्की की सरकारी न्यूज एजेंसी अनादोलु की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार (21 जुलाई) को एर्दोगान ने कहा, "यदि जरूरी हो, तो हम साइप्रस के उत्तर में एक बेस और नौसैनिक अड्डे का निर्माण कर सकते हैं. एर्दोगन तुर्की के आक्रमण के 50 साल पूरे होने के मौके पर शनिवार को उत्तरी साइप्रस गए थे और वहां से आने के बाद यह भड़काऊ ऐलान किया है.


ग्रीस पर तुर्की ने लगाया गंभीर आरोप 


तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने अपने प्रतिद्वंद्वी ग्रीस पर साइप्रस में अपना नौसैनिक बेस स्थापित करने की इच्छा रखने का भी आरोप लगाया, जिसको लेकर दोनों पक्ष हमेशा की तरह बंटे हुए हैं. साइप्रस ने 1960 में ब्रिटेन से स्वतंत्रता हासिल की थी, लेकिन ग्रीक और तुर्की साइप्रस के बीच साझा प्रशासन जल्दी ही हिंसा के बाद टूट गया, जिसके कारण तुर्की साइप्रस के लोग एन्क्लेव में चले गए और संयुक्त राष्ट्र शांति सेना को भेजा गया.


तुर्की ने 1974 में किया द्वीप पर कब्जा


साल, 1974 में, तुर्की ने द्वीप के एक तिहाई से ज्यादा हिस्से पर कब्जा कर लिया और 1,60,000 से ज्यादा ग्रीक साइप्रस के लोगों को दक्षिण में खदेड़ दिया था. साइप्रस तब से जातीय आधार पर विभाजित हो गया, जिसमें ग्रीक और तुर्की साइप्रस संयुक्त राष्ट्र शांति सेना द्वारा गश्त की जाने वाली सीमा के दोनों ओर रहते हैं. साल 1983 में, तुर्की ने उत्तरी साइप्रस में तुर्की गणराज्य की स्थापना की, एक अलग राज्य जिसे केवल तुर्की से मान्यता मिली हुई है.


इस बीच शनिवार (20 जुलाई ) को, तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन उत्तरी निकोसिया में एक सैन्य परेड में शामिल हुए, जो 1974 में उस दिन को याद करने के लिए था, जब तुर्की ने अपना आक्रमण शुरू किया था. शनिवार को साइप्रस के राष्‍ट्रपति निकोस ने कहा कि फिर से दोनों इलाकों का एकीकरण ही विकल्‍प है.


विभाजित साइप्रस 2004 में यूरोपियन यूनियन में हुआ शामिल


विभाजित साइप्रस 2004 में यूरोपीय संघ में शामिल हो गया था. क्योंकि, ग्रीक साइप्रसवासियों ने तुर्की साइप्रसवासियों के साथ अपने मतभेदों को खत्म करने की संयुक्त राष्ट्र की योजना को भारी बहुमत से अस्वीकार कर दिया था. लेकिन दोनों समुदायों को अलग करने वाले संयुक्त राष्ट्र गश्त वाले बफर जोन के दूसरी ओर, एर्दोआन ने शनिवार को संयुक्त राष्ट्र द्वारा समर्थित संघीय मॉडल को खारिज कर दिया.


UN के समर्थन वाली बातचीत साल 2017 में ही टूटी थी


राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने कहा कि उन्हें ऐसी योजना पर बातचीत फिर से शुरू करने का कोई मतलब नहीं दिखता. उन्होंने कहा, "सच कहें तो, हम नहीं सोचते कि बिना नई बातचीत प्रक्रिया के शुरू करना संभव है, जिसमें दोनों पक्ष बराबरी के आधार पर बैठें और बराबरी के आधार पर ही बातचीत की मेज से उठें. द्वीप को दोबारा से एक करने के लिए संयुक्त राष्ट्र समर्थित बातचीत का अंतिम दौर 2017 में फेल हो गया था.


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