अमेरिका: अंतरर्राष्ट्रीय फुटबॉल में अपनी छाप छोड़ चुका एक खिलाड़ी रोजी रोटी के लिए संघर्ष कर रहा है. जिंदगी के जुगाड़ के लिए कभी उसे किताब बेचनी पड़ रही है तो कभी टैक्सी ड्राइवर बनना पड़ रहा है. आप सोच रहे होंगे आखिर उस खिलाड़ी के साथ ऐसा क्या हो गया ? खेल के दौरान कमाई हुई उसकी संपत्ति कहां चली गई ? सबसे बड़ा ये सवाल है कि आखिर कौन ऐसा खिलाड़ी है जिसके सितारे गर्दिश में चल रहे हैं ?
मशहूर खिलाड़ी क्यों चला रहा टैक्सी ?
अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो आपका ये सोचना लाजिम है. हम बात कर रहे हैं तुर्की के पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी ‘हकन सुकुर’ की. अपने देश की टीम में स्ट्राइकर की भूमिका निभानेवाले हकन इन दिनों अमेरिका में टैक्सी चलाने को मजबूर हैं. उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने सोशल साइट पर तुर्की के राष्ट्रपति के खिलाफ टिप्पणी कर दी थी. बस फिर क्या था. उसी वक्त से उन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा. 2017 में फुटबॉल खिलाड़ी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी कर दिया गया. तुर्की में उनकी सारी संपत्ति को जब्त कर लिया गया. अधिकारियों ने उनके पिता को भी जेल भेज दिया. अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद उन्हें अपना देश छोड़ अमेरिका आना पड़ा. अमेरिका में सैन फ्रांसिस्को पहुंचने के बाद उनके सामने रोजी रोटी की समस्या पैदा हो गई. रोजी रोजी की समस्या दूर करने के लिए उन्होंने पहले होटल चलाया. मगर जब होटल के काम में सफलता नहीं मिली तब उन्होंने टैक्सी चलाना शुरू कर दिया.
कौन हैं हकन सुकुर ?
आपको बता दें कि हकन सुकुर बेहतरीन स्ट्राइकरों में से एक रहे हैं. तुर्की के लिए उन्होंने 2000 में यूईएफए कप का खिताब जीता है. 2002 में फुटबॉल टीम उनकी बदौलत फीफा वर्ल्ड कप के सेमी फाइनल में पहुंच चुकी है. विश्व कप के इतिहास में सुकुर के नाम सबसे तेज गति से गोल करने का रिकॉर्ड है. तुर्की में उनका संबंध राष्ट्रपति तैयब अर्दगवान के विरोधी इस्लामी विद्वान फतेहुल्ला गुलेन से जोड़ा जाता है.