Turkiye Earthquake: विनाशकारी भूकंप के बाद कर रहे थे लूटपाट, 48 लोग हुए गिरफ्तार
Turkey Crime: तुर्किए के सरकारी मीडिया के मुताबिक, भूकंप के बाद लूटपाट करने के 48 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से कथित लूटी हुई रकम, सेलफोन और बंदूकें आदि बरामदी की गई हैं.
Loot Crime in Turkey After Earthquake: तुर्किए में विनाशकारी भूकंप के रूप में आई प्राकृतिक आपदा के पीड़ितों की मदद के लिए जहां दुनियाभर से लोग हाथ बढ़ा रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो कथित तौर पर भूकंप पीड़ित इलाकों में लूटपाट को अंजाम दे रहे हैं. तुर्किए के सरकारी मीडिया के मुताबिक, भूकंप के बाद लूटपाट करने के 48 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अकेले दक्षिणी Hatay प्रांत में कम से कम 42 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
समाचार एजेंसी अनादोलु ने कहा कि सोमवार (6 फरवरी) को आए 7.8 तीव्रता के भूकंप के बाद, लूटपाट की जांच के तहत आठ अलग-अलग प्रांतों में संदिग्धों को पकड़ा गया है. अनादोलु के मुताबिक, तुर्किए और सीरिया में आए इस भूकंप के कारण अब तक 25 हजार से ज्यादा लोग जानें गंवा चुके हैं.
आरोपियों के पास से बरामद हुए डॉलर-लीरा, बंदूकें और ये सब
कथित तौर पर आरोपियों ने क्षतिग्रस्त इमारतों में लूटपाट की और फर्जी कॉल करके पीड़ितों को ठगने का काम किया. समाचार एजेंसी ने सुरक्षाकर्मियों के हवाले से बताया कि सुरक्षा टीमों ने 11,000 अमेरिकी डॉलर, 70,000 टर्किश लीरा, 20 सेलफोन, आठ लैपटॉप, पांच घरेलू काम में आने वाले उपकरण, छह बंदूकें और तीन राइफलों के साथ-साथ ज्वेलरी और बैंक कार्ड बरामद किए. दो संदिग्ध खुद को सहायता कर्मी बता रहे थे, उन्हें Hatay प्रांत में कथित तौर पर छह ट्रकों को लूटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. ट्रकों में भूकंप पीड़ितों के लिए खाने का सामान था.
छह संदिग्धों को इस्तांबुल के बेकोज जिले में एक भूकंप पीड़ित को टेलीफोन कॉल के जरिये धोखा देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, संदिग्धों ने खुद को दूरसंचार कर्मचारी बताया और कहा अगर पीड़ित अपनी व्यक्तिगत बैंकिंग जानकारी दें तो उनकी मदद की जाएगी.
भूकंप पीड़ितों की ऐसे मदद कर रही भारतीय सेना
बता दें कि तुर्किए में शनिवार (11 फरवरी) को लगातार छठे दिन राहत-बचाव कार्य जारी रहा. भारत समेत दुनिया के कई देशों ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में मदद भेजी है. Hatay में भारतीय सेना ने एक स्कूल की इमारत में अस्पताल लगाया है, जहां पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है. भारतीय सेना ने अपने अभियान को 'ऑपरेशन दोस्त' नाम दिया है.