Turkiye Syria Earthquake LIVE: 'मेरे पास रोने के लिए और आंसू नहीं बचे', तबाही के बाद तुर्किए पर मौसम की मार !
Turkiye Syria Earthquake LIVE: तुर्किए में विनाशकारी भूकंप के बाद अब तक कुल 435 बार भूकंप के झटके लग चुके हैं. खराब मौसम की वजह से राहत-बचाव अभियान चलाने में परेशानी हो रही है.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा, मुझे उनकी मानसिक आयु पर सदैव संदेह होता है. राष्ट्रपति के अभिभाषण में जो बातें कही जाती हैं उन पर चर्चा होती है लेकिन अभिभाषण पर एक बात नहीं की और वह उद्योगपतियों के बारे में बोलते रहे.
तुर्किए और सीरिया में 6 फरवरी को आए भूकंप से अब तक 9600 लोगों की मौत दर्ज हो चुकी है. मौत का ये आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है.
तुर्की के विनाशकारी भूकंप के बाद बचे हुए प्रभावित नागरिक अपनी सुरक्षा के लिए तुर्की के गाजियांटेप में बने हवाई अड्डे और उसके पास शरण ले रहे हैं.
मेरे पास रोने के लिए और आंसू नहीं बचे हैं, भूकंप के बाद से बचाव दल की बाट जोह रहे एक व्यक्ति ने समाचार एजेंसी एएफपी को यह बात कही. तुर्की में भूकंप के बाद समय पर मदद नहीं पहुंचने से लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है. प्रभावित नागरिकों ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि कुछ क्षेत्रों में आपदा के बाद पहले 12 घंटों में कोई बचाव दल नहीं पहुंचा है. जिससे रिश्तेदारों को हाथ से खंडहर साफ करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
इटली के भूकंप विज्ञानी डॉ. कार्लो डोग्लियोनी ने इस बारे में डिटेल जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि सीरिया की तुलना में तुर्की की टेक्टोनिक प्लेट्स 5 से 6 मीटर तक खिसक सकती है. उन्होंने आगे बताया कि असल में तुर्की कई मेन फॉल्टलाइन पर स्थित है. यह एनाटोलियन प्लेट, अरेबियन प्लेट और यूरेशियाई प्लेट से जुड़ा हुआ है. यही कारण है कि यहां भूकंप आने का खतरा सबसे अधिक रहता है. वहां के मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि एनाटोलियन प्लेट और अरैबियन प्लेट के बीच की 225 किलोमीटर की फॉल्टलाइन टूट गई है.
तुर्किए में सोमवार को आए भूकंप के बाद भारी बर्फबारी हो रही है. इस बर्फबारी की वजह से वहां पर राहत और बचाव अभियान में देरी हो रही है.
बैकग्राउंड
Turkiye Syria Earthquake LIVE: तुर्किए और सीरिया में सोमवार (6 फरवरी) को आए 7. 7 तीव्रता वाले भूकंप में अब तक कुल 8000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. भूकंप के चलते भारी नुकसान हुआ है. कई बिल्डिंग ताश के पत्तों की तरह गिर गईं हैं.
तुर्किए के आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि कहारमनमाराश इलाके में 6 फरवरी को आए 7. 7 तीव्रता के भूकंप के बाद अब तक भूकंप के कुल 435 झटके दर्ज किए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि भूकंप के बाद से राहत और बचाव कार्य के लिए अब तक कुल 60,217 कर्मचारी और 4,746 वाहन और निर्माण उपकरण तैनात किए जा चुके हैं.
तुर्किए में आए भूकंप के बाद दुनिया के देशों ने मदद का हाथ आगे बढ़ाया है, कुल 70 देशों की टीमें राहत और बचाव कार्य के लिए तुर्की पहुंच चुकी हैं. लेकिन तुर्की का खराब मौसम राहत-बचाव के लिए बाधा बना हुआ है.
भारत ने भेजी है सहायता
तुर्की में आए भूकंप के बाद भारत ने भी तुर्की के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है. भारत ने राहत सामग्री, उपकरण और सैन्यकर्मियों से भरे चार सी-17 विमान. करीब 108 टन से अधिक वजन के राहत पैकेज तुर्की भेजे हैं.
भारत ने क्या क्या भेजा?
एनडीआरएफ की खोज और बचाव के काम में एक्सपर्ट टीमें भारत से तुर्किए भेजी गई हैं. उनके साथ उपकरण, वाहन और डॉग स्क्वॉड और 100 से अधिक सैन्यकर्मी शामिल हैं. इन टीमों के पास भूकंप प्रभावित इलाकों में लोगों का पता लगाने, उनको निकालने के लिए विशेष उपकरण भेजे गए हैं. जो मलबे में बचाव अभियान (सीएसएसआर) के संचालन में सक्षम हैं.
राहत सामाग्रियों में बिजली के उपकरण, लाइटिंग इक्विपमेंट, एयर-लिफ्टिंग बैग, चेनसॉ, एंगल कटर, रोटरी रेस्क्यू सॉ आदि शामिल हैं. इसके अलावा खास तौर पर बचाव मिशन के लिए प्रशिक्षित डॉग स्क्वायड भी भेजा गया है.
30 बेड का फील्ड हॉस्पिटल
फील्ड ऑपरेशन में 30 बिस्तरों वाली चिकित्सा सुविधा स्थापित करने के लिए उपकरण और 99 कर्मी. इसमें विभिन्न क्षेत्रों के चिकित्सा विशेषज्ञ शामिल हैं. चिकित्सा उपकरणों में एक्स-रे मशीन, वेंटिलेटर, ऑपरेशन-थियेटर, वाहन, एंबुलेंस, जनरेटर आदि शामिल हैं.
भारत ने तुर्किए के साथ साथ भूकंप पीड़ित सीरिया को भी C130J विमान के जरिए राहत सामग्री भेजी है. इसमें 6 टन से अधिक राहत सामग्री जिसमें 3 ट्रक सामान्य और सुरक्षात्मक गियर, आपातकालीन उपयोग की दवाएं, सीरिंज और ईसीजी मशीन, मॉनिटर और अन्य आवश्यक चिकित्सा सामग्री और उपकरण शामिल हैं.
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