सैन फ्रांसिस्को: ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) जैक डोरसे और उनके करीब 1,000 कर्मचारियों ने 15 लाख डॉलर से अधिक का दान किया है. यह दान उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सात मुस्लिम बहुल देशों से आने वाले इमिग्रेंट और लोगों पर लगाए गए 90 दिनों के बैन आदेश के विरोध में काम करने वाले एक अधिकार ग्रुप को दिए हैं.
यह दान अमेरिकन सिविल लिबर्टीज यूनियन (एसीएलयू) को दिया गया है. एक खबर के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में इस संगठन ने ऑनलाइन माध्यम से 2.4 करोड़ डॉलर से ज्यादा का फंड दान में जुटाया है. कंपनी के एक ई-मेल के हवाले से टेक क्रंच की रिपोर्ट में कहा गया है कि शुरू में ट्विटर के 925 कर्मचारियों ने 5,30,000 डॉलर से अधिक का दान किया था. इसके बाद सीईओ डोरसे और चेयरमैन ओमिद कोरदेस्तानी ने भी योगदान दिया और इस तरह कुल राशि 15.9 लाख डॉलर तक पहुंच गई.
ट्विटर के एक प्रवक्ता ने कंपनी के कर्मचारियों के किए गए दान की पुष्टि की है. ट्विटर के जनरल काउंसल विजय गड्डे ने एक मेमो में लिखा है कि हमारा काम अभी पूरा होने से दूर है. आने वाले महीनों में हमें कई कानूनी बाधाओं का सामना करना पड़ेगा लेकिन जहां तक नागरिक स्वतंत्रता पर खतरे की बात है. उन्हें खुशी है कि लोग लोगों की देखभाल और आजादी के लिए खड़े होंगे. डोरेसे ने भी ट्विटर पर कहा कि ट्रंप का बैन वाला आदेश के मानवीय और आर्थिक प्रभाव वास्तविक हैं और यह परेशान करने वाले हैं.
इसके अलावा न्यूयॉर्क से मिली एक ख़बर के अनुसार गाड़ियां बनाने वाली कंपनी टेस्ला के सीईओ इयॉन मस्क कल राष्ट्रपति ट्रंप के सलाहकार मंच की बैठक में शामिल होंगे और उनके इमिग्रेशन, वीजा और सीमा सुरक्षा संबंधी कार्यकारी आदेश (बैन का आदेश) पर अपनी चिंता जाहिर करेंगे. इससे पहले उबर के सीईओ ट्राविस कैलानिक ट्रंप के सलाहकार मंच की सदस्यता छोड़ चुके हैं.
बताते चलें कि ट्रंप ने एक आदेश पर साइन करके सात मुस्लिम देशों- ईरान, ईराक, सीरिया, लीबिया, यमन, सोमालिया और सूडान के नागरिकों के अमेरिका प्रवेश पर 90 दिनों का बैन लगाया है.
अमेरिका: मुस्लिम देशों पर बैन के खिलाफ ट्विटर के सीईओ, कर्मचारियों ने 15 लाख डॉलर दान किए
एबीपी न्यूज़/एजेंसी
Updated at:
04 Feb 2017 10:01 AM (IST)
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