Jack Dorsey: 3 लोगों के साथ मिलकर की थी ट्विटर की स्थापना, जानें कौन हैं भारत सरकार पर आरोप लगाने वाले जैक डोर्सी?
Twitter Ex-CEO Jack Dorsey: जैक डोर्सी ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया है कि भारत सरकार ने किसान आंदोलन के वक्त सोशल नेटवर्किंग साइट पर दबाव बनाया था. अपने आरोपों को लेकर डोर्सी सुर्खियों में हैं.
![Jack Dorsey: 3 लोगों के साथ मिलकर की थी ट्विटर की स्थापना, जानें कौन हैं भारत सरकार पर आरोप लगाने वाले जैक डोर्सी? Twitter co founder and ex ceo Jack Dorsey Profile who accuses Government of India Jack Dorsey: 3 लोगों के साथ मिलकर की थी ट्विटर की स्थापना, जानें कौन हैं भारत सरकार पर आरोप लगाने वाले जैक डोर्सी?](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/06/13/8da6d2da224ae00a12e0bc6e5707ca031686661577162488_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Jack Dorsey Profile: ट्विटर के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जैक डोर्सी (Jack Dorsey) ने अपने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया है कि किसान आंदोलन के वक्त भारत सरकार ने इस सोशल नेटवर्किंग साइट पर दबाव बनाया था. उन्होंने आरोप लगाया कि कहना न मानने की सूरत में भारत सरकार की ओर से ट्विटर को बंद करने और कर्मचारियों के घरों पर छापे मारने की धमकियां दी गई थीं.
भारत सरकार ने डोर्सी के आरोपों का खंडन किया है. विपक्षी पार्टियां डोर्सी के बयान के आधार पर सरकार को घेर रही हैं. सरकार पर लगाए आरोपों के चलते डोर्सी एक बार फिर चर्चा में हैं. आइये जानते डोर्सी के बारे में सबकुछ.
2021 तक ट्विटर के सीईओ थे जैक डोर्सी
अमेरिका के मिजूरी में 19 नवंबर 1976 को जन्मे जैक डोर्सी 46 वर्ष के हैं. वह अमेरिकी इंटरनेट आंत्रप्रेन्योर, समाजसेवी और प्रोग्रामर हैं जो सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर के संस्थापकों में से एक हैं. वह ट्विटर के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) रह चुके हैं. ट्विटर की स्थापना 21 मार्च 2006 में अमेरिका के कैलिफोर्निया के सैनफ्रांसिको में की गई थी. डोर्सी के अलावा इसके संस्थापकों में इवान विलियम्स, बिज स्टोन और नूह ग्लास शामिल थे. ट्विटर की स्थापना के दो साल बाद डोर्सी को इसका सीईओ बनाया गया था. 2021 में पराग अग्रवाल ने सीईओ के रूप में डोर्सी की जगह ली थी.
डोर्सी अभी क्या करते हैं?
डोर्सी ब्लॉक इंक के सह-संस्थापक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं और चेयरपर्सन हैं. ब्लॉक इंक कंपनी पहले स्क्वायर इंक के नाम से जानी जाती थी. वह 2009 से ब्लॉक इंक के सीईओ हैं और इसके 10 फीसदी के मालिक हैं. वह ब्लूस्काई पीबीएलएलसी के सह-संस्थापक हैं और इसके वर्तमान सीईओ जय ग्रेबर के साथ बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में से एक हैं.
एक दिन में उठाया था 500 मिलियन डॉलर ज्यादा का नुकसान
इसी साल 24 मार्च को एक रिपोर्ट आई थी कि डोर्सी ने हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद एक ही दिन में नेट वर्थ में 500 मिलियन डॉलर से ज्यादा का नुकसान उठाया था. हिंडनबर्ग रिसर्च में ब्लॉक इंक की व्यावसायिक गतिविधियों के बारे में सवाल उठाया गया था, जिसमें डोरसी एक प्रमुख निवेशक हैं. रिपोर्ट में डोर्सी पर कंपनी के वित्त और डिटेल के बारे में निवेशकों और सरकार को गुमराह करने समेत अनैतिक और अवैध गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया था.
असामान्य लक्जरी लाइफ स्टाइल के लिए मशहूर हैं जैक डोर्सी
बिजनेस इंसाइडर की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, डोर्सी असामान्य रूप से लक्जरी लाइफ जीने के लिए मशहूर हैं. उनके डेली रुटीन में फास्टिंग (व्रत रखना) शामिल है. वह नियमित रूप से बर्फ से स्नान करते हैं और डेटिंग मॉडल्स के प्रति उनका झुकाव रहता है.
2020 में ट्विटर हैक के बाद भी विवादों में घिरे थे डोर्सी
15 जुलाई, 2020 को ट्विटर पर बड़े पैमाने पर हैक हुआ था, जिसमें 100 से ज्यादा अकाउंट प्रभावित हुए थे. प्रभावितों में एलन मस्क, जेफ बेजोज और बराक ओबामा भी शामिल थे. हैक के पीछे बिटकॉइन घोटाला बताया गया था. इस हैक के बाद भी जैक डोर्सी विवादों में घिर गए थे. हैक ने मंच के सुरक्षा जोखिमों को उजागर किया था. डोर्सी पर अविश्वास का आरोप लगा था.
जैक डोर्सी का पालन-पोषण और पढ़ाई
जैक डोर्सी के पिता का नाम टिम डोर्सी और मां का नाम मार्सिया डोर्सी है. उनके पिता एक ऐसी कंपनी के लिए काम करते थे जो मास स्पेक्ट्रोमीटर डेवलप करती थी. उनका पालन-पोषण कैथोलिक परंपरा से हुआ. डोर्सी ने बिशप डुबॉर्ग हाई स्कूल में पढ़ाई की. उन्होंने कभी फैशन मॉडल के रूप में भी काम किया था. 14 वर्ष की उम्र में डोर्सी ने टैक्सी-डिस्पैचिंग सॉफ्टवेयर बनाया था जिसे टैक्सीकैब कंपनियों ने अपनाया था.
1995 में डोर्सी ने मिजूरी-रोला विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और 1997 में न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय में ट्रांसफर होने से पहले दो वर्ष से ज्यादा समय तक इसमें पढ़ाई की लेकिन उन्होंने ड्रॉप कर दिया और एक सेमेस्टर की कमी के कारण उनकी ग्रेजुएशन पूरी नहीं हुई.
यह भी पढ़ें- इमरान खान को फांसी देने की तैयारी कर रही शहबाज सरकार! पाकिस्तान के नेशनल असेंबली में पास हुआ ये प्रस्ताव
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)