UN Chief On Twitter: संयुक्त राष्ट्र के महासिचव एंटोनियो गुटेरेस ने पत्रकारों के ट्विटर अकाउंट बैन किए जाने के फैसले की निंदा की है. यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पत्रकारों के ट्विटर अकाउंट को मनमाने ठंग से बैन किया जा रहा है जो कि अभिव्यक्ति की आजादी के लिए बहुत ही खतरनाक है.


प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, "पत्रकारों के अकाउंट को बैन करना खतरनाक मिसाल है. इस मनमाने तरीके से पत्रकारों के अकाउंट बैन करने को लेकर यूएन के महासचिव चिंतित हैं.  ट्विटर एक ऐसा मंच है जहां पर दुनियाभर के पत्रकार अपने विचार स्वतंत्रता से रखते हैं. मीडिया के ऐसे मंच को खामोश नहीं करना चाहिए जो अभिव्यक्ति की आजादी का दावा करता हो. यह कदम ऐसे वक्त पर लेना एक घटिया मिसाल कायम करता है जब दुनियाभर के पत्रकार सेंसरशिप, जान का खतरा और इससे भी खराब स्थिति का सामना कर रहे हैं."


ट्विटर पर बारीकी से नजर रखा है UN
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता ने कहा, 'हम ट्विटर पर रोज नजर रख रहे है क्योंकि सोशल मीडिया के क्षेत्र में ट्विटर का प्रभाव है. ट्विटर हमारे लिए सूचनाएं और जानकारी साझा करने का एक महत्वपूर्ण मंच है. इस मंच पर विवादित भाषा, जलवायु और दूसरे चिंताजनक विषयों के दुष्प्रचार को देखा है. इसलिए हम इस स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं."


पत्रकारों ने ट्विटर के डॉक्सिंग नियमों किया उल्लंघन
सोशल मीडिया कंपनी ने ट्विटर पर दुनियाभर के कुछ पत्रकारों के ट्विटर अकाउंट को हमेशा के लिए बैन कर दिया गया है. इन सस्पेंड अकाउंट में  न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन पोस्ट, सीएनएन और वॉइस ऑफ अमेरिका के पत्रकार भी शामिल हैं. इन पत्रकारों की प्रोफाइल से पुराने ट्वीट्स भी गायब हो गए है. एलन मस्क का इन पत्रकारों पर आरोप है कि इन्होंने ट्विटर के डॉक्सिंग नियमों का उल्लंघन किया है.


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