In Details: जानिए फ्रांस में कल कहां-कहां हमले हुए? भारत समेत दुनिया का क्या रिएक्शन है?
गिरिजाघर में हमले को अंजाम देने वाला हमलावर ट्यूनीशिया का नागरिक है. वह 20 सितंबर को इटली से फ्रांस आया था.राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने इस घटना को इस्लामी आतंकवादी हमला करार दिया है. वहीं, पीएम मोदी ने कहा है कि भारत फ्रांस के साथ है.
पेरिस: फ्रांस के शहर नीस में कल एक गिरिजाघर में हमलावर द्वारा चाकू से किए गए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई. इनमें से एक महिला शामिल है, जिसका हमलावर ने सिर कलम कर दिया. वहीं, कल फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा में तैनात एक सुरक्षा कर्मी पर भी चाकू से हमला हुआ. पिछले दो महीनों में फ्रांस में इस तरह का ये तीसरा हमला है. वहीं, कल गिरिजाघर से एक किलोमीटर की दूरी पर साल 2016 में बास्तील डे परेड के दौरान एक हमलावर ने ट्रक को भीड़ में घुसा दिया था, जिसमें दर्जनों लोगों की मौत हो गई थी.
नोट्रेड्रम चर्च (गिरिजाघर) में हमले को अंजाम देने वाला हमलावर ट्यूनीशिया का नागरिक है. वह 20 सितंबर को इटली से फ्रांस आया था और नौ अक्टूबर को पेरिस पहुंचा था. पुलिस द्वारा पकड़े जाने के दौरान घायल हो गया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. नीस के मेयर क्रिस्चियन एस्त्रोसी ने कहा,“वह (हमलावर) घायल होने के बाद भी बार-बार ‘अल्लाह अकबर’ चिल्ला रहा था.” यह घटना ऐसे समय हुई है जब फ्रांस में आतंकवादी हमले को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया हुआ है.
दूसरा हमला- फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास के सुरक्षाकर्मी पर हमला
वहीं, फ्रांस के जेद्दा शहर स्थित फ्रांसीसी वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा में तैनात एक सुरक्षा कर्मी पर चाकू से हमला करने वाले सऊदी अरब के नागरिक को गिरफ्तार कर लिया गया है. हमले में सुरक्षा कर्मी मामूली रूप से घायल हुआ है.
कार्टून विवाद को लेकर फ्रांस में तनाव
यह दोनों हमले फ्रांसीसी माध्यमिक स्कूल में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की कक्षा के दौरान पैगम्बर मुहम्मद का कार्टून दिखाने वाले शिक्षक का सिर कलम करने की घटना के बाद पैदा हुए तनाव के बीच हुए हैं. जिस कार्टून को शिक्षक ने बच्चों को दिखाया था उसे शार्ली एब्दो नामक पत्रिका ने प्रकाशित किया था और इसकी वजह से साल 2015 में पत्रिका के संपादकीय दल की बैठक के दौरान कुछ लोगों ने हमला कर हत्या कर दी थी.
हमले को लेकर फ्रांस के पीएम और राष्ट्रपति ने क्या कहा?
फ्रांस के प्रधानमंत्री जीन कास्टेक्स ने कहा है कि नीस हमले में तीन लोगों की मौत के बाद देश में खतरे के स्तर को बढ़ाकर अधिकतम किया जाएगा. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने इस घटना को इस्लामी आतंकवादी हमला करार दिया है. वहीं, नीस शहर के मेयर क्रिश्चियन एस्टरोसी ने इन्हें इस्लामिक फासीवादी हमला करार दिया है.
हमले को लेकर पीएम मोदी ने क्या कहा?
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल के दिनों में फ्रांस में हुई आतंकवादी घटनाओं की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ खड़ा है. मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘फ्रांस में आज एक गिरिजाघर में हुए हमले सहित हाल के दिनों में वहां हुई आतंकवादी घटनाओं की मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं. पीड़ित परिवारों और फ्रांस की जनता के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत फ्रांस के साथ खड़ा है.’’
भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘’हम बर्बर आतंकवादी हमले में फ्रांस के एक शिक्षक की निर्ममता से हत्या किये जाने की निंदा करते हैं, जिसने पूरे विश्व को स्तब्ध कर दिया. हम उनके परिवार और फ्रांस के लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करते हैं.’’
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने क्या कहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हमने की निंदा करते हुए कहा, ‘’इस तरह के हमले कतई बर्दाश्त नहीं किए जा सकते. हम इस मुश्किल वक्त में फ्रांस सरकार के साथ खड़े हैं. कट्टरपंथी इस्लामी आतंकियों के हमले हर हाल में बंद होने चाहिए. फिर चाहे ये फ्रांस में हों या किसी और देश में.’’
वहीं, ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने कहा, ‘’फ्रांस में हुए इस बर्बर हमले की खबर सुनकर हैरान हूं. यूके आतंक और असहिष्णुता के खिलाफ फ्रांस के साथ मजबूती से खड़ा है.’’
संयुक्त राष्ट्र ने क्या प्रतिक्रिया दी?
संयुक्त राष्ट्र के ने उच्च प्रतिनिधि मिग्वेल एंगेल मोरातिनोस ने गिरजाघर में हुए 'बर्बर हमले' की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि उपासकों समेत आम नागरिकों को निशाना बनाकर किये गए इस प्रकार के जघन्य कृत्य पूरी तरह से अनुचित हैं और इन्हें किसी भी तरह जायज नहीं ठहराया जा सकता.
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