Pakistan: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में ईशनिंदा का मामला सामने आया है. न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, दो युवा ईसाई बहनों के खिलाफ ईशनिंदा का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने बताया कि दोनों बहनों के खिलाफ पाकिस्तान दंड संहिता के तहत ईशनिंदा का मामला दर्ज हुआ है. 


न्यूज एजेंसी पीटीआई को पुलिस अधिकारी शौकत अली ने इस मामले की जानकारी दी. उन्होने बताया कि बुधवार (07 अगस्त) को करीब 200 किलोमीटर दूर टोबा टेक सिंह जिले के गोजरा में ये मामला सामने आया. गोजरा में 20 वर्षीय सामिया मसीह और सोनिया मसीह ने घर के बाहर कुरान के पन्नों से भरे एक बोरे को फेंका था.


विवाद की वजह क्या है?


पुलिस अधिकारी शौकत अली ने बताया, 'एक पड़ोसी ने सोनिया मसीह को इस बोरे को फेंकते हुए देख लिया था. पड़ोसी ने तुरंत इस बारें में सोनिया से पूछा तो सामिया की उससे लड़ाई हो गई. कुरान के कथित अपमान को लेकर हुए झगड़े के बाद वहीं भीड़ इकट्ठा हो गई. 


भीड़ ने की साइमा की पिटाई


झगड़े के बाद इकट्ठा हुई भीड़ ने साइमा की पिटाई कर दी और पुलिस को इस मामले की सूचना दी. आनन-फानन में पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और साइमा को गिरफ्तार कर लिया. रिपोर्ट के मुताबिक, गोजरा में रह रहा ये ईसाई परिवार कुरान के कथित अपमान के बाद घर से बाहर चला गया. बताया गया कि पुलिस सोनिया मसीह की जांच में जुटी है. जगह-जगह टीम बनाकर सोनिया को खोजा जा रहा है. 


'झूठे हैं आरोप'


अल्पसंख्यक गठबंधन पाकिस्तान के अध्यक्ष एडवोकेट अकमल भट्टी ने दोनों युवा ईसाई बहनों के खिलाफ लगे ईशनिंदा के आरोपों को झूठा बताया है. एडवोकेट अकमल भट्टी ने इस संबंध में एक बयान जारी किया और कहा कि शिकायतकर्ताओं के दोनों ईसाई बहनों के खिलाफ लगाए गए आरोप झूठे हैं. वो बोले कि ईसाई परिवार के खिलाफ जानबूझकर लोगों को भड़काया गया.


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