Abu Dhabi Lulu Hypermarket: अबू धाबी के लूलू हाइपरमार्केट में एक 38 वर्षीय भारतीय प्रवासी के 660,000 दिरहम (1,49,83,830 रुपये) नकद चोरी करने के बाद कथित तौर पर फरार होने का मामला सामने आया है. लुलु ग्रुप इंटरनेशनल ने हाइपरमार्केट में कैश ऑफिस के प्रभारी का जिम्मा संभालने वाले मोहम्मद नियाजी के खिलाफ अबू धाबी और केरल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद नियाजी मूल रूप से केरल (भारत) के रहने वाले हैं जोकि पिछले 15 सालों से हाइपरमार्केट में काम कर रहे थे. उनके पास अबू धाबी के खालिदिया मॉल में लूलू हाइपरमार्केट में कैश ऑफिस का प्रभार था.
मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से पता चला कि नियाज़ी गत सोमवार (25 मार्च) को ड्यूटी पर नहीं आए. इसके बाद हाइपरमार्केट अधिकारियों ने जांच शुरू की और पता चला कि कैश ऑफिस से 600,000 दिरहम से ज्यादा की रकम कम है.
स्टॉफ ने संपर्क साधा, नहीं हुआ कॉन्टेक्ट
इस दौरान उनके सहकर्मी स्टॉफ ने संपर्क साधने का प्रयास किया लेकिन उनका फोन बंद पाया गया. इस बीच यह भी पता चला कि उनकी पत्नी और बच्चे बिना किसी को बताए हुए अचानक घर से चले गए हैं.
बताया गया है कि नियाजी का पासपोर्ट यूएई में कंपनी की ओर से कानूनी तौर पर व्यवस्थित करके रखा जाता है क्योंकि वह कैश ऑफिस में काम करते हैं. इसलिए वह देश छोड़कर नहीं जा सकते.
अबू धाबी में 1995 में खुला था पहला लुलु हाइपरमार्केट
आपको बता दें लुलु ग्रुप इंटरनेशनल के मुखिया 68 साल के एम ए यूसुफ अली हैं जिन्होंने 1995 में पहला लुलु हाइपरमार्केट लॉन्च किया था. एम ए यूसुफ अली संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) बेस्ड भारतीय व्यवसायी हैं. इस ग्रुप का दुनिया के मध्य पूर्व, एशिया, अमेरिका और यूरोप के 26 देशों में कारोबार फैला है जिससे करीब 70 हजार से ज्यादा का स्टॉफ जुड़ा हुआ है. खाड़ी में लुलु हाइपरमार्केट का बड़ा नाम है.
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