Syria Under Attack : सीरिया में हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं. वहां कई स्थानों पर भारी हिंसा भी हो रही है. इसका कारण हयात तहरीर अल शाम (HTS) का सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर हमला और कब्जा कर लेना है. हमले के बाद अलेप्पो का दो-तिहाई हिस्सा एचटीएस के कब्जे में आ गया है. यह हमला 27 नवंबर (बुधवार) से शुरू हुआ था और 29 नवंबर (शुक्रवार) को एचटीएस ने अलेप्पो के एक बड़े हिस्से पर कंट्रोल कर लिया. इस हमले में अब तक 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. वहीं, एचटीएस के कब्जे और हमले के जवाब ने रूस ने अलेप्पो में हवाई हमले कर दिए हैं. एचटीएस के हमले ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. ऐसे में हम आपको एचटीएस का इतिहास बताने जा रहे हैं.
यरूशलम पोस्ट के मुताबिक, एचटीएस 2017 में सीरिया के कई अलग-अलग जिहादी समूहों से निकाले गए लड़ाकों को मिलाकर बनाया गया एक गुट है. इस गुट का कमांडर अल नुसरा फ्रंट से भी जुड़ा रहा है. बता दें कि अल नुसरा फ्रंट अलकायदा की सीरियाई शाखा है. इसलिए कहा जा सकता है कि अबू मोहम्मद अल जुलानी की नेतृत्व वाले एचटीएस का अलकायदा से सीधा संबंध है. उल्लेखनीय है कि जुलानी पर अमेरिका ने एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा है. हालांकि जुलानी पश्चिमी देशों से कहता रहा है कि एचटीएस उनके लिए खतरा बिल्कुल नहीं है.
हाशिम अबू जाबर अल शेख ने बनाया था HTS गुट
उल्लेखनीय है कि हयात तहरीर अल शाम या HTS गुट की स्थापना हाशिम अबू जाबर अल शेख ने की थी. जो कि साल 2005 से 2011 तक सीरियाई गृह युद्ध शुरू होने तक जेल में रहा था. शेख की विचारधारा इस्लाम की सलाफी व्याख्या है. जो कि आगे चलकर एचटीएस की मुख्य विचारधारा बन गई है. बता दें कि गुट बनाने के बाद सिर्फ छह महीने तक ही शेख ने इसका नेतृत्व किया. उसके बाद अबू मोहम्मद अल जुलानी ने इसकी कमान संभाल ली.
पश्चिमी देशों को लुभाने की कोशिश करता है जुलानी
एचटीएस सरगना अल जुलानी की एक दिलचस्प बात है जो उसे दूसरे के नेताओं से अलग करती है, वो ये है कि जुलानी पश्चिमी देशों को लुभाने की कोशिश करता रहता है. 2021 में दिए अपने एक इंटरव्यू में जुलानी ने कहा था कि हमने इस क्षेत्र में कुछ पश्चिमी नीतियों की आलोचना की है लेकिन सीरिया से अमेरिका और यूरोपीय लोगों के खिलाफ युद्ध छेड़ने की बात में कोई सच्चाई नहीं है. वह खुद को ISIS से भी अलग करने की कोशिश करता रहा है. उसका कहना था कि ISIS की तरह HTS निर्दोष लोगों को नहीं मारता है.