संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने मंगलवार की रात इतिहास रच दिया. यूएई के अंतरिक्ष यान 'होप' ने अपने पहले ही प्रयास में मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश कर लिया है. यूएई का होप यान करीब 1,20,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से मंगल ग्रह में चक्कर लगा रहा है. यूएई ने मंगल ग्रह के अपने इस मिशन को 6 महीने पहले 'होप प्रोब' के नाम से लॉन्च किया था. इसी के साथ यूएई मंगल ग्रह की कक्षा में पहुंचने वाला दुनिया का पांचवा देश बन गया है. अरब देशों में ऐसा कारनामा करने वाला वो पहला देश है.
दुबई के शासक और अबूधाबी के क्राउन ने की वैज्ञानिकों की हौसलाअफजाई
दुबई के शासक मोहम्मद बिन मखतूम और अबूधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद ने होप प्रोब के मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश पर यूएई के नागरिकों, निवासियों को बधाई दी है. उन्होंने इस परियोजना के पीछे लगे इंजीनियरों और वैज्ञानिकों की टीम का स्वागत किया, जिन्होंने अथक प्रयासों के बाद इस सपने को सच कर दिया. मोहम्मद बिन मखतूम ने कहा, "होप प्रोब का मंगल पर ऐतिहासिक आगमन हमारे देश की 50वीं वर्षगांठ का सबसे बड़ा उत्सव है. यह अगले 50 वर्षों की शुरुआत असीम महत्वाकांक्षाओं और सपनों के साथ करता है. हमारी अगली उपलब्धियां और भी बड़ी होंगी." उन्होंने कहा, "हमारी सबसे बड़ी सफलता राष्ट्रीय वैज्ञानिक विशेषज्ञता का निर्माण करना है जो अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान समुदाय में योगदान देगा. हम अपनी मंगल उपलब्धि को संयुक्त अरब अमीरात और शेष अरब देशों के लोगों को समर्पित करते हैं." अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद ने कहा, "होप प्रोब का मंगल पर सफल आगमन एक उपलब्धि है जो हमारे अथक प्रयासों से संभव हुआ. यह मिशन अंतरिक्ष की वैश्विक दौड़ में हमारी प्रविष्टि को चिह्नित करता है. अमीरात मंगल मिशन यूएई में स्थायी वैज्ञानिक विकास के अगले 50 वर्षों का मार्ग प्रशस्त करता है. मानव पूंजी हमारे राष्ट्र की सच्ची संपत्ति है. हमारे लोगों में निवेश हमारी सभी विकास रणनीतियों और नीतियों का मुख्य आधार है."
मिशन का लक्ष्य है ग्लोबल मैप तैयार करना
यूएई का होप यान अगले कुछ महीने तक मंग्रल ग्रह के वातावरण का अध्ययन करेगा. इस मिशन का लक्ष्य मंगल ग्रह के पहले ग्लोबल वैदर मैप को तैयार करना भी है. ये मिशन इसलिए खास है क्योंकि इससे पहले के रोवर मंगल के चक्कर ऐसे काटते थे कि वह दिन के सीमित वक्त में ही उसके हर हिस्से को मॉनिटर कर पाते थे. इससे अलग होप का ऑर्बिट अंडाकार है जिसे पूरा करने में इस रोवर को 55 घंटे लगेंगे. इसकी वजह से यह मंगल के हिस्सों पर दिन और रात में ज्यादा समय के लिए नजर रख सकेगा. मंगल के एक साल में यह हर हिस्से पर पूरे दिन नजर रखेगा.
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