Indian Diaspora In UK: यूनाइटेड किंगडम में भारतीयों की एक अच्छी-खासी आबादी रहती है. हाल में हुए एक सर्वे से पता चला है कि यूके में भारतीय मूल के लोगों में एजुकेशन का स्तर बहुत ही अच्छा है और सभी जातीय समूहों के बीच कामकाजी पेशेवरों का हाई रेश्यो है.
टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्ट के अनुसार यूके में साल 2021 की जनगणना के आंकड़ों से पता चला है कि इंग्लैंड और वेल्स में भारतीय लोगों के पास अपने घर भी ज्यादा है.
चीनी की भी हाई एजुकेशन
सर्वे से पता चला कि चीनी समुदाय ही नहीं, भारतीयों का भी एजुकेशन लेवल हाई है और पेशेवरों का हाई रेशियो है. यूके में चीनियों की 56 फीसदी आबादी का एजुकेशन लेवल हाई है. 52 फीसदी भारतीयों के पास एजुकेशन का लेवल हाई है. हाउस ओनरशिप सर्वे में कहा गया है कि 71 फीसदी भारतीय के एथेनिसिटी के पास घर है, इसके बाद 68 फीसदी गोरे अंग्रेजों के पास हैं.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इंग्लैंड और वेल्स में शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और आवास में जातीय समूहों के बीच बड़ी असमानताएं थी. भारतीय और चीनी जातीय समूहों को मिलाकर डॉक्टरों, शिक्षकों और वकीलों सहित 34 फीसदी पेशेवर व्यवसाय कर रहे है. इसके बाद 33 फीसदी श्वेत आयरिश, 30 फीसदी अरब, 20 फीसदी पाकिस्तानी, 17 फीसदी बांग्लादेशी और 19 फीसदी श्वेत ब्रिटिश का नंबर आता है.
श्वेत एथनिसिटी में बिजनेस का आंकड़ा सबसे अधिक
जनगणना आधारित रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि बिजनेस के आंकड़ों के संबंध में अन्य श्वेत एथनिसिटी में बिजनेस का आंकड़ा सबसे अधिक 63 फीसदी था, इसके बाद श्वेत ब्रिटिश और आयरिश का 62 फीसदी, भारतीयों का 61 फीसदी था.
इसके अलावा 10 फीसदी भारतीयों की तुलना में 11 फीसदी श्वेत ब्रिटिश लोग खुद का बिजनेस करते हैं. अध्ययन में यह भी कहा गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं घर या परिवार की देखभाल कर रही हैं. यह अंतर बांग्लादेशी और पाकिस्तानी समूहों के लोगों में सबसे अधिक देखा गया.