ब्रिटेन में बजी खतरे की घंटी, इंसान में मिला सुअरों में पाया जाने वाला वायरस
Flu In Britain: ब्रिटेन में रूटीन नेशनल फ्लू सर्विलांस के तहत A(H1N2)v फ्लू का केस सामने आया है. फिलहाल वायरस के सोर्स का पता नहीं चल सका है.
Flu Found In Britain: ब्रिटेन में फ्लू स्ट्रेन A(H1N2)v का मामला सामने आया है. इसको लेकर यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) ने कहा है कि उसने फ्लू स्ट्रेन ए(एच1एन2)वी के पहले मानव मामले का पता लगाया है. यह फ्लो सूअरों में फैल रहे वायरस की तरह है.
ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि संबंधित व्यक्ति की वायरस के कारण थोड़ा बीमारी था, हाालंकि, अब वह पूरी तरह से ठीक हो गया है. UKHSA ने कहा कि यह मामला रूटीन नेशनल फ्लू सर्विलांस के तहत सामने आया.
'इंफेक्शन के स्रोत की नहीं मिली जानकारी'
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी कहा, "इंफेक्शन के स्रोत का अभी तक पता नहीं चल सका है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारी मामले संक्रिमत शख्स के संपर्क में आने वाले लोगों पर नजर रख रहे हैं." रिपोर्ट के मुताबिक स्वास्थ्य अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं और जानने की कोशिश कर रहे हैं कि या वायरस कहां से आया है?
'अस्पतालों में निगरानी बढ़ी'
यूकेएचएसए ने बयान में कहा कि उत्तरी यॉर्कशायर में सर्जरी और अस्पतालों में निगरानी बढ़ा दी गई है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है.न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार यूकेएचएसए की निदेशक मीरा चंद ने कहा, "यह पहली मौका है जब हमने यूके में मनुष्यों में इस वायरस का पता लगाया है. यह उन वायरस के समान है, जो सूअरों में पाए गए हैं."
2005 के बाद पाए गए सभी स्ट्रेन से अलग
हेल्थ एजेंसी ने शुरुआती जानकारी के आधार पर कहा कि ब्रिटेन में पाया गया संक्रमण 2005 के बाद से दुनिया भर में पाए गए स्ट्रेन से बिल्कुल अलग था. बता दें कि 2009 में स्वाइन फ्लू महामारी ने लाखों लोगों को संक्रमित किया था. यह एक वायरस के कारण हुआ था जिसमें सूअरों, पक्षियों और इंसानों में प्रसारित होने वाले वायरस का जेनेटिक शामिल था.