UK Election 2024: यूके चुनाव में क्या खेल बदल सकते हैं हिंदू वोटर्स, जान लें हिंदुओं की संख्या... सुनक लगा रहे मंदिरों का चक्कर
UK Elections 2024: ब्रिटेन के चुनाव में इस बार ब्रिटिश हिंदू मुद्दा बनते नजर आ रहे हैं. कंजर्वेटिव पार्टी के नेता ऋषि सुनके के साथ ही उनके प्रतद्वंदी स्टारमर भी मंदिरों का चक्कर लगा रहे हैं.
UK Elections 2024: ब्रिटेन में होने वाले आम चुनाव से पहले पीएम ऋषि सुनक हिंदू वोटर्स को लुभाने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं. ऐसे वे मंदिरों में भी जा रहे हैं और खुद को हिंदू बता रहे हैं. हाल ही में सुनक अपनी पत्नी अक्षता के साथ लंदन में स्थित श्री स्वामीनारायण मंदिर पहुंचे थे. मंदिर पूजा-पाठ करने के बाद उन्होंने कहा, मैं हिंदू हूं और अपनी आस्था से प्रेरणा लेता हूं. सुनक ने कहा कि उनको सांसद के रूप में भगवत गीता पर सपथ लेने का गर्व है. ब्रिटेन में 4 जुलाई को होने वाले आम चुनाव से पहले सुनक के इस तरह के बयानों को हिंदू वोटर्स को लुभाने वाले बयान के तौर पर देखा जा रहा है.
ऋषि सुनक ब्रिटेन के कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य हैं और वे ब्रिटिश हिंदुओं को अपने पक्ष में करे की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि ब्रिटेन में हिंदुओं की संख्या 10 लाख से अधिक है. आने वाले चुनाव में ब्रिटिश हिंदू बड़ी भूमिका निभा सकते हैं, ऐसे में सुनक इनको अपने पाले में लाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. फर्स्टपोस्ट की एक रिपोर्ट में इस बात को बताने का प्रयास किया गया है कि ब्रिटेन में हिंदू मतदाता चुनावों में कितने महत्वपूर्ण हैं. रिपोर्ट में कहा गया कि इस बात का अंदाजा ऐसे भी लगाया जा सकता है कि सुनक के प्रमुख प्रतिद्वंद्वी कीर स्टारमर ने भी किंग्सबरी में श्री स्वामीनारायण मंदिर का दौरा किया है.
सुनक के प्रतिद्वंदी भी मंदिर के पट पर
स्टारमर ने भी भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को लेकर अपना नजरिया स्पष्ट किया है, साथ ही उन्होंने भारतीय समुदाय से कई वादे किए हैं. स्टारमर ने इस दौरान ब्रिटेन में हिंदूफोबिया को लेकर चिंता जाहिर की और उसकी निंदा की. दूसरी तरफ लंदन के स्वामीनारायण मंदिर में पहुंचने के बाद सुनक ने कहा कि यह मंदिर हिंदू समुदाय की तरफ से ब्रिटेन के विकास का बड़ा उदाहरण है. उन्होंने कहा कि शिक्षा, कड़ी मेहनत और परिवार ये मेरे मूल्य हैं और हमारी पार्टी कंजर्वेटिव के भी मूल्य हैं.
ब्रिटेन चुनाव में हिंदुओं की बड़ी भूमिका
दरअसल, ब्रिटेन में हिंदू धर्म देश का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है. ब्रिटेन में बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था यूके, चिन्मय मिशन और इस्कॉन यूके जैसे संगठन हिन्दुओं के प्रतिनिधि के तौर पर जाने जाते हैं. इसी वजह से नेता इन मंदिरों के चक्कर लगा रहे हैं. इंग्लैंड और वेल्स में आबादी के लिहाज से हिंदुओं की कुल संख्या 1.6 फीसदी है, चुनाव में ये काफी अहम भूमिका निभा सकते हैं. इसके अलावा ब्रिटेन में हिंदू समुदाय शहरों में निवास करता है. ऐसे में लंदन और दक्षिण पूर्वी क्षेत्रों में ब्रिटेन के 97 फीसदी हिंदू रहते हैं.
सुनक को मिल सकता है हिंदुओं का वोट
ब्रिटिश हिंदुओं का प्रभाव सिर्फ अपने जनसंख्या तक ही सीमित नहीं है. मजबूत नेटवर्क की वजह से ब्रिटेन में हिंदुओं का काफी ज्यादा प्रभाव है. चुनाव से पूर्व हुए सर्वेक्षणों में सुनक पीछे चल रहे हैं, लेकिन कंजर्वेटिव पार्टी को पूरा विश्वास है कि ब्रिटिश हिंदू उनके साथ रहेंगे. ऐसे में ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री के तौर पर वो ब्रिटिश भारतीयों को अपने पाले में लाने का प्रयास कर रहे हैं. ब्रिटिश फ्यूचर थिंक टैंक के डायरेक्टर का कहना है कि कंजर्वेटिव पार्टी के साथ एक चीज बड़ी सकारात्मक है कि उनके पास ब्रिटिश भारतीय नेता ऋषि सुनक हैं. फिलहाल, इस बात से यह तय नहीं किया जा सकता कि मतदाता नेता की पृष्ठिभूमि के आधार पर ही वोट करेंगे.