UK Political Crisis: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद के चुनाव में लिज ट्रस (Liz Truss) ने ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को हराया था. हालांकि वे ज्यादा दिनों तक अपने पद पर नहीं रह सकीं. लिज ट्रस ने 45 दिन बाद ही ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. लिज ट्रस ने गुरुवार (20 अक्टूबर) को अपने पद से इस्तीफा दिया है, जिससे उनका कार्यकाल इतिहास में किसी भी ब्रिटिश प्रधानमंत्री (Britain PM) का सबसे छोटा कार्यकाल बन गया. लिज ट्रस के बाद अब ऋषि सुनक के अगले प्रधानमंत्री बनने की चर्चाएं हैं.
ऐसे में अब ये जानना भी जरूरी है कि लिज ट्रस को पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कौन सी सुविधाएं और हर साल कितने पैसे मिलेंगे. ट्रस केवल 45 दिनों के लिए यूके की प्रधानमंत्री के रूप में सेवा करने के बावजूद आजीवन प्रति वर्ष 115,000 पाउंड स्टर्लिंग (लगभग 1,06,36,463 रुपये) के वार्षिक भुगतान की हकदार होंगी. द इंडिपेंडेंट के मुताबिक, ट्रस को जीवन भर हर साल जो पैसा मिलेगा, उसका भुगतान करदाता के पैसे से किया जाएगा.
कब हुई थी इस भत्ते की शुरूआत?
निवर्तमान कंजर्वेटिव नेता पब्लिक ड्यूटी कॉस्ट अलाउंस (पीडीसीए) से पैसे का दावा कर सकते हैं. जिसे पूर्व प्रधानमंत्रियों को सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहने में मदद करने के लिए लाया गया था. सरकार के गाइडेंस के अनुसार, ये भुगतान केवल सार्वजनिक कर्तव्यों को पूरा करने की वास्तविक लागत को पूरा करने के लिए किया जाता है. 1990 में मार्गरेट थैचर के इस्तीफे के बाद इस तरह के भत्ते की व्यवस्था की गई थी.
करदाताओं को करना होगा इतना भुगतान
इस योजना के शुरू होने के बाद से लेकर अब तक कई प्रधानमंत्रियों ने सार्वजनिक जीवन में अपनी विशेष स्थिति के परिणामस्वरूप कार्यालय और सचिवीय लागत का हवाला देते हुए लाखों पाउंड का दावा किया है. ट्रस अब उन छह अन्य जीवित पूर्व प्रधानमंत्रियों में शामिल हो जाएंगी जो इस योजना के माध्यम से पैसों का दावा करने के हकदार हैं. इसका मतलब है कि करदाताओं को प्रति वर्ष 800,000 पाउंड स्टर्लिंग से अधिक का भुगतान करना होगा.
ट्रस की नीति का हुआ विरोध
लिज ट्रस ने जो 'मिनी-बजट' नीति पेश की थी उसके बाद ब्रिटेन (Britain) आर्थिक संकट के कगार पर पहुंच गया है. 45 बिलियन पाउंड के टैक्स-कट पैकेज ने बाजारों में हलचल मचा दी है. इस नीति की घोषणा के बाद पाउंड स्टर्लिंग भी अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया है. इस नीति को लेकर लिज ट्रस (Liz Truss) को पार्टी के भीतर भी काफी विरोध का सामना करना पड़ा है.
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