लंदन: ब्रिटिश सरकार ने गुरुवार को आरोप लगाया कि रूसी एजेंटों ने अवैध तरीके से दस्तावेज हासिल कर दिसंबर 2019 के आम चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की थी. साथ ही, कोविड-19 टीका का डेटा चुराने के लिए मास्को से कथित साइबर हमले किये जाने को लेकर लेकर भी उसकी निंदा की.


ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने एक बयान में ब्रिटिश संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमंस’ में कहा कि व्यापक पड़ताल के बाद सरकार को लगभग यह यकीन हो गया है कि रूसियों ने अवैध रूप से हासिल किये गये और लीक सरकारी दस्तावेजों के जरिये ब्रिटेन के आम चुनाव में ऑनलाइन हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी. इस चुनाव में प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को शानदार जीत मिली थी.


राब ने कहा, ‘‘2019 के आम चुनाव से पहले ब्रिटेन-अमेरिका मुक्त व्यापार समझौता से जुड़े संवेदनशील दस्तावेज अवैध तरीके से हासिल कर लिये गये और इन्हें सोशल मीडिया मंच रेडीट के मार्फत ऑनलाइन फैलाया गया... हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने की कोई भी कोशिश अस्वीकार्य है. इसकी आपराधिक जांच चल रही है और अभी इस बारे में कुछ कहना उपयुक्त नहीं होगा.’’


ब्रिटेन-अमेरिका व्यापार समझौता के बारे में लीक दस्तावेज राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा पर विपक्षी लेबर पार्टी के चुनाव प्रचार का एक अहम चुनावी संदेश था. राब ने बाद में एक बयान जारी कर रूसी खुफिया सेवाओं द्वारा किये गये गैर-जिम्मेदाराना साइबर हमलों की भी निंदा की. उन्होंने दावा किया कि इन हमलों का उद्देश्य कोविड-19 टीके पर अनुसंधान से जुड़ी सूचना चुराना है.


राब ने कहा, ‘‘यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है कि रूसी खुफिया सेवाएं कोरोना वायरस महामारी से लड़ने पर काम कर रहे लोगों को निशाना बना रही हैं. जब अन्य (देश) लापरवाह बर्ताव के साथ अपना स्वार्थ पूरा करने में लगे हुए हैं, ऐसे में ब्रिटेन अपने सहयोगियों के साथ एक टीका विकसित करने और वैश्विक स्वास्थ्य की सुरक्षा करने में जुटा हुआ है. ’’


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