UK Illegal Immigration: अवैध अप्रवासियों से निपटने के लिए ब्रिटेन करेगा फ्रांस की मदद, देगा 47 खरब रुपये, लाने जा रहा नया कानून
UK Illegal Immigration: UK और फ्रांस ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि पैसा फ्रांस में प्रवासियों के लिए एक नए डिटेंशन सेंटर और 500 फ्रांसीसी सुरक्षा और सहायता एजेंटों की तैनाती के लिए दिया जा रहा है.
UK Will Pay France For Illegal Immigration: ब्रिटेन के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कुछ दिन पहले ही अवैध इमीग्रेशन से निपटने के लिए देश में नया कानून को लाने की बात की थी. इसी मुद्दे को आगे बढ़ाते हुए शुक्रवार (10 मार्च) को उन्होंने कहा कि वह इंग्लिश चैनल में अवैध इमीग्रेशन से निपटने के लिए फ्रांस के साथ एक समझौता करेंगे. इस समझौते के तहत यूनाइटेड किंगडम फ्रांस को अगले तीन सालों में $576 मिलियन (47 खरब) का भुगतान करेगा.
वहीं फ्रांस समझौते को लेकर पेरिस में शुक्रवार को ब्रिटिश प्रधान मंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) और उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रॉन (Emmanuel Macron) के बीच एक संयुक्त शिखर सम्मेलन के दौरान समझौते की घोषणा की गई.
ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के बीच एक समझौता है
ब्रिटेन और फ्रांस ने एक संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि पैसा फ्रांस में प्रवासियों के लिए एक नए डिटेंशन सेंटर और 500 फ्रांसीसी सुरक्षा और सहायता एजेंटों की तैनाती के लिए दिया जा रहा है. इसे वहां पर मौजूद सुरक्षा एजेंट नावों के मदद से बॉर्डर क्रॉस करने वालों बारे में सबसे पहले पता लगा सकते है. वहीं बैठक में दोनों नेताओं ने ब्रेक्जिट वार्ता, मछली पकड़ने के अधिकार, ऑस्ट्रेलिया के साथ पनडुब्बी सौदे और इमीग्रेशन पर चल रहे कई सालों के तनाव के बाद अपने देशों के गहरे संबंधों पर जोर दिया.
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि इस योजना की महत्वाकांक्षा का स्तर बिल्कुल वही है जो हमें चाहिए. यह ब्रिटेन और फ्रांस के बीच नहीं, बल्कि ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के बीच एक समझौता है."
आलोचना का सामना कर रहे हैं
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री अपने नए कानून को लेकर मानवाधिकार समूह से आलोचना का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन हमेशा हमारे अंतरराष्ट्रीय संधि दायित्वों का पालन करेगा. हाल के दिनों में ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है. ये सारे मानव तस्करी गिरोहों की मदद से छोटी नावों में बैठकर फ्रांस से ब्रिटेन आते है.
इस दौरान कई नावें डूब जाती है और कई लोग मर जाते है. ब्रिटेन में प्रवासी क्रॉसिंग का मुद्दा देश में बहस पैदा करता है. यूके सरकार के आंकड़ों के अनुसार साल 2022 में 45 हजार 755 लोगों ने छोटी नावों में चैनल पार किया. इस साल 3,000 से अधिक लोग नदी पार करके ब्रिटेन आ चुके हैं.
ये भी पढ़ें:Knighthood Award: ऋषि सुनक ने 'नाइटहुड' अवॉर्ड के लिए अपने पिता को नहीं किया नॉमिनेट, बताई ये वजह