Ukraine Christmas: क्यों अलग-अलग दिन क्रिसमस मनाएंगे रूस-यूक्रेन, जानें वजह
Ukraine Christmas Celebration: जंग के बीच यूक्रेन ने ऐलान किया है कि वह अब रूस के साथ क्रिसमस का जश्न नहीं मनाएगा. यह साल 1917 के बाद पहली बार होगा जब दोनों देश अलग-अलग क्रिसमस मनाएंगे.
Ukraine Christmas: रूस के साथ जारी जंग के बीच यूक्रेन ने क्रिसमस को लेकर बड़ा फैसला किया है. यूक्रेन रूस के साथ नहीं, बल्कि अब अलग दिन क्रिसमस मनाने जा रहा है. यूक्रेन में इससे पहले रूस के साथ 7 जनवरी को क्रिसमस मनाया जाता था लेकिन इस बार यूक्रेन रूस के साथ नहीं पूरी दुनिया के 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाएगा. यह 1917 के बाद पहली बार होगा जब यूक्रेन 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाएगा .
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, रूस में जूलियन कैलेंडर के आधार पर क्रिसमस मनाया जाता है. ऐसे में रूस के साथ नहीं बल्कि अलग दिन क्रिसमस मनाकर यूक्रेन दुनिया भर को स्पष्ट सन्देश देना चाह रहा है कि वह न सिर्फ रूस से भिन्न है बल्कि उनके कल्चर भी पूरी तरह से अलग हैं. यूक्रेन में मास्को के प्रभाव को खत्म करने के लिए कीव ने यह फैसला किया है.
यूक्रेन की खुद को यूरोप के साथ जोड़ने की कोशिश
पश्चिमी, ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपनाना कीव को यूरोप के साथ जोड़ने की निरंतर कोशिश का भी संकेत है. ऐसे में इस बार यूकेन में 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाने की तैयारी कर रहे हैं. इस साल जुलाई में, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने 25 दिसंबर को आधिकारिक क्रिसमस अवकाश बनाने वाले कानून में एक विधेयक पर हस्ताक्षर किए. दरअसल, यूक्रेन को पश्चिमी, ग्रेगोरियन कैलेंडर को अपनाया था.
यूरोपीय परिवार में शामिल होना महत्वपूर्ण
यूक्रेनी सांसद किरा रुडिक ने स्काई न्यूज़ से बातचीत में कहा कि 25 दिसंबर को क्रिसमस मनाने का फैसला पूरे यूक्रेन के लिए बेहद ही मह्त्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, "हम अपने जीवन के सभी पहलुओं में अपने यूरोपीय परिवार में शामिल हो रहे हैं, जिसमें वह दिन भी शामिल है जब हम जश्न मनाते हैं." गौरतलब है कि यूक्रेन पर रूस ने 24 फ़रवरी 2022 को हमला किया था. दोनों तरफ से हज़ारों लोग मारे जा चुके हैं. एक करोड़ 80 लाख से ज़्यादा लोग यूक्रेन छोड़ कर चले गए हैं. हालांकि यह जंग थमने का नाम नहीं ले रही है.
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