Russia Ukraine Conflict: यूक्रेन (Ukraine) के उप कृषि मंत्री (Agriculture Minister) तारास वायसोस्की ने शनिवार को कहा कि कीव (Kyiv) के अनुसार पिछले वीकेंड में रूसी गोलाबारी (Russian Shelling) से नष्ट हो गए गोदामों में 300,000 टन तक अनाज (Grain ) जमा किया गया था. राष्ट्रीय टेलीविजन पर बोलते हुए, वायसोस्की ने कहा, रिकॉर्ड के अनुसार, 24 फरवरी को युद्ध की शुरुआत में, माइकोलाइव के काला सागर बंदरगाह में यूक्रेन के सबसे बड़े कृषि टर्मिनलों में से एक के गोदामों में 250,000-300,000 टन अनाज था, मुख्य रूप से गेहूं (Wheat ) और मक्का (Corn).
इससे पहले यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने पिछले हफ्ते रूस को विश्व में बढ़ते खाद्य संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया था. उनके इस आरोप के बाद संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने सुरक्षा परिषद की बैठक से बाहर चले गए थे.
यूएन सुरक्षा परिषद में उठा मुद्दा
मिशेल ने सुरक्षा परिषद की एक बैठक में रूस के राजदूत वासिली नेबेंजिया से कहा कि उन्होंने कुछ सप्ताह पहले यूक्रेनी बंदरगाह ओडेसा पर कंटेनर और पोत में रखा लाखों टन अनाज फंसा देखा था. उन्होंने कहा कि इसका कारण ‘काले सागर में रूसी युद्धपोतों की मौजूदगी’, खाद्यान्न भंडारण केंद्रों एवं ढुलाई ढांचे पर रूस के हमले और यूक्रेन में खेती-किसानी को बाधित कर रहे रूसी टैंक, बम और सुरंगें हैं.
‘खाद्य संकट के लिए केवल रूस जिम्मेदार’
मिशेल ने दावा किया कि इससे खाद्य संकट बढ़ रहा है, लोग गरीब हो रहे हैं और पूरा क्षेत्र अस्थिर हो रहा है. मिशेल ने जोर देकर कहा कि इस बढ़ते खाद्य संकट (Food Crisis) के लिए केवल रूस (Russia) जिम्मेदार है. उन्होंने रूस पर यूक्रेन (Ukraine) के उन इलाकों से खाद्यान्न चुराने का आरोप भी लगाया, जिन पर उसने कब्जा कर लिया है. मिशेल जब परिषद में अपनी बात रख रहे थे, तभी नेबेंजिया बाहर चले गए.
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