रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) द्वारा यूक्रेन के "डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक" को "स्वतंत्र" घोषित किए जाने और इन क्षेत्रों में सेना भेजने के आदेश के बाद तनाव और बढ़ गया है. अमेरिका ने इसका विरोध जताया है. इसके साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के तथाकथित DNR या LNR में अमेरिका व्यक्तियों के नए निवेश, व्यापार और वित्तपोषण पर प्रतिबंध लगाने वाले कार्यकारी आदेश पर साइन कर दिए.
इसके साथ ही, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने एक बयान में कहा, हम तथाकथित "डोनेट्स्क और लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक" को "स्वतंत्र" के रूप में मान्यता देने के राष्ट्रपति पुतिन के फैसले की कड़ी निंदा करते हैं. वहीं, यूरोपीय संघ ने यूक्रेन के अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता देने के रूस के कदम को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार देते हुए कहा कि वह इसमें शामिल लोगों पर प्रतिबंध लगाएगा. इसने यूक्रेन की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति अपना समर्थन दोहराया.
पश्चिमी देशों को इस बात का डर है कि रूस किसी भी समय यूक्रेन पर हमला कर सकता है और वह पूर्वी यूक्रेन में झड़पों को हमला करने के लिए बहाने के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है. इससे पहले, यूक्रेन के अलगाववादी नेताओं ने टेलीविजन पर प्रसारित एक बयान के जरिए रूस के राष्ट्रपति से अनुरोध किया था कि वे अलगाववादी क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता दें और मित्रता संधियों पर हस्ताक्षर करके उनके ‘‘खिलाफ जारी यूक्रेनी सेना के हमलों से’’ उनकी रक्षा करने के लिए सैन्य सहायता भेजें.
अब पुतिन ने सेना भेजने का भी आदेश दे दिया है. गौरतलब है कि रूस ने रविवार को यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया था. उसने यूक्रेन की उत्तरी सीमा से लगे बेलारूस में करीब 30,000 सैनिकों की तैनाती की है. साथ ही यूक्रेन की सीमाओं पर 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है. कीव की आबादी करीब 30 लाख है.
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