US-Ukraine Relations: हाल ही में बीते 12 सितंबर को नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की मुलाकात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से हुई. इस मुलाकात में दोनों देशों के प्रमुखों ने हथियारों को लेकर चर्चा की है और ये भी कयास लगाए जा रहे है कि रूस ने नॉर्थ कोरिया के साथ हथियारों के लिए डील भी की है. इसके बाद से अमेरिका और यूक्रेन में खलबली मच गई है. द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की अगले सप्ताह अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं.


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के तरफ से अमेरिकी दौरे पर जाने का प्लान ऐसे मौके पर बना है, जब रूस अपने हथियारों की सप्लाई पूरा करने के लिए नॉर्थ कोरिया से डील की है. आपको बता दें कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की अगले सप्ताह संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान अमेरिका का दौरा करेंगे.


अमेरिका की यूक्रेन को 2.72 लाख करोड़ की मदद
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के तरफ से अमेरिकी दौरे का प्लान ऐसे समय पर किया जा रहा है, जब अमेरिकी कांग्रेस रूसी आक्रमण से लड़ने के लिए यूक्रेन को 24 अरब डॉलर की सैन्य और मानवीय सहायता प्रदान करने के राष्ट्रपति जो बाइडेन के अनुरोध पर बहस कर रही है. आपको बता दें कि कांग्रेस के सदस्यों ने रक्षा विभाग के नेताओं पर बार-बार दबाव डाला है कि यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता राशि पर बारीकी से ध्यान दें.


ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह धोखाधड़ी या गलत हाथों में न जाए. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से अमेरिका ने यूक्रेन की सबसे ज्यादा मदद की है. एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन और रूस के बीच जंग छिड़ने के बाद अमेरिका ने यूक्रेन को 33 बिलियन डॉलर यानी करीब 2.72 लाख करोड़ की मदद दे चुका है. आपको बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू होने के बाद पहली बार वलोडिमिर ज़ेलेंस्की अमेरिका के दौरे पर पिछले साल दिसंबर में गए थे. इसके बाद वो फिर से 10 महीने के बाद अमेरिका के दौरे पर जाने वाले हैं.


अमेरिका और यूक्रेन चिंतित
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से किम जोंग उन की मुलाकात विश्व स्तर पर चर्चा का विषय बन चुका है. खासकर इस मुलाकात को लेकर अमेरिका और यूक्रेन ज्यादा चर्चा है, क्योंकि दोनो देश इस बात को जानते हैं कि रूस और नॉर्थ कोरिया की दोस्ती रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर बेहद जरूरी है. इसी पर अमेरिका ने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच हथियारों को लेकर किसी भी तरह की डील हुई तो अमेरिका रूस और नॉर्थ कोरिया पर बैन लगा देगा.


इसको लेकर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलन ने कहा है कि हम पहले ही उनकी कंपनियों पर बैन लगाने को लेकर कई कदम उठा चुके हैं. उन्होंने रूस और नॉर्थ कोरिया के हथियारों के डील को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन बताया है. अमेरिकी प्रवक्ता ने रूस और नॉर्थ कोरिया के बीच बढ़ रहे सैन्य सहयोग पर चिंता जाहिर की है.


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