Ukraine Russia Crisis: रूस-यूक्रेन की लड़ाई गंभीर हो गई है. यूक्रेन में आज रूसी हमले का दूसरा दिन है. रूसी सेना द्वारा यूक्रेन पर किए गए हमले में बहुत से लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. यहां के राष्ट्रपति का कहना है कि रूस द्वारा किए गए हमले में अब तक 137 लोग मारे जा चुके हैं. वहीं कई घायल भी हुए हैं. यूक्रेन इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. ज्यादा से ज्यादा लोग अपने परिवार और करीबी की जान बचाकर भाग जाना चाहते हैं. इस बीच यूक्रेन की सरकार ने गुरुवार को कीव के बाहरी इलाके में एक हवाई अड्डे (Kyiv airport) को वापस लेने का दावा किया है, जिसे रूसी हवाई सैनिकों ने पहले जब्त कर लिया था.
वहीं देश में बन रहे तनावपूर्ण हालात को देखते हुए राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने 18-60 साल के सभी पुरुषों को देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है. एक अपडेट में यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने कहा कि उन्हें खुफिया विशेषज्ञों से पता चला है कि पुतिन ने यूक्रेन की सीमाओं पर लगभग 190,000 सैनिक तैनात किए हैं.
पीएम ने की व्लादिमीर से फोन पर बातचीत
इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने की कवायद लगातार जारी है. प्रधानमंत्री मोदी ने CCS बैठक के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से करीब 20 मिनट तक फोन पर बात की. युद्ध रोकने की अपील और बातचीत से मामला हल करने के अलावा भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने पर भी चर्चा हुई. फिलहाल जान बचाने के लिए भारतीय छात्रों ने तहखानों और बॉम्ब शेल्टर्स में शरण ली हुई है.
परिजनों को बच्चों की चिंता
यूक्रेन में करीब 20 हजार छात्र अलग अलग शहरों में फंसे हुए हैं.सभी के परिजनों को अपने बच्चों की सलामती की चिंता सता रही है. वहां पर फंसे बच्चे भी वापस आने की आस में सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. हरियाणा के यमुनानगर में भी यूक्रेन में फंसे बच्चों के माता पिता शिक्षा मंत्री से मिल कर अपने बच्चों को सकुशल वापस लाने की गुहार लगाने पहुंचे.शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर ने उन्हें हर संभव मदद करने का भरोसा दिया.
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