Ukraine Russia War: रूस और यूक्रेन के बीच 35वें दिन भी जंग जारी है. इस बीच कीव से रूस अपने सैनिकों की संख्या में कमी कर रहा है. रूस ने कीव और चेर्निहीव से अपने सैनिकों को कम करने की घोषणा की है. वार्ता के बीच रूस के उप रक्षामंत्री अलेक्जेंडर फोमिन ने कहा कि रूसी सुरक्षा बल कीव और चेर्निहीव की दिशा में सैन्य गतिविधियों में कटौती करेंगे. पिछले सप्ताह के अंत में और मंगलवार को ऐसे संकेत मिले कि रूस अपने युद्ध के लक्ष्यों में कटौती करना चाहता है क्योंकि रूस ने कहा है कि अब उसका मुख्य लक्ष्य पूर्वी यूक्रेन के डोनबास प्रांत को अपने नियंत्रण में लेना है. उधर, यूक्रेन के शीर्ष वार्ताकार ने कहा कि दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के बीच बैठक को सक्षम करने के लिए रूस के साथ संघर्ष को हल करने के लिए तुर्की में मंगलवार को वार्ता में पर्याप्त प्रगति हुई है. आईए समझते हैं कि कीव और चेर्निहीव में रूसी सैनिकों की संख्या कम होने की क्या वजह है?


कीव से रूसी सैनिकों की संख्या में कमी होने की वजह


1. रूस ने कहा कि वह इस्तांबुल में सार्थक बातचीत के बाद राजधानी कीव के आसपास सैन्य गतिविधियों को कम करेगा क्योंकि यूक्रेन के वार्ताकारों ने देश की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय गारंटी की मांग की थी.


2. पिछले सप्ताह के अंत में और मंगलवार को ऐसे संकेत मिले कि रूस अपने युद्ध के लक्ष्यों में कटौती करना चाहता है क्योंकि रूस ने कहा है कि अब उसका प्रमुख लक्ष्य पूर्वी यूक्रेन के डोनबास प्रांत को अपने नियंत्रण में लेना है.


3. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा कि दोनों पक्षों पर लड़ाई रोकने की जिम्मेदारी है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युद्ध का लंबा चलना किसी के भी हित में नहीं है.


4. यूक्रेन ने तुर्की में रूस के साथ बातचीत में सुरक्षा गारंटी के बदले तटस्थ स्थिति अपनाने का प्रस्ताव रखा, जिसका अर्थ है कि वह सैन्य गठबंधनों या सैन्य ठिकानों की मेजबानी नहीं करेगा.


5. पश्चिमी विशेषज्ञों ने इरपिन के नुकसान को रूसी सेना के लिए एक महत्वपूर्ण झटका बताया. युद्ध के एक महीने से ज्यादा वक्त हो गया है. ऐसे में शायद रूस भी चाहता है कि शांति वार्ता की दिशा में आगे बढ़ा जाए.


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