Ukraine Russia War: यूक्रेन पर रूसी हमले के आठवें दिन रूस की सेना ने कई शहरों के रिहाइशी इलाकों में बमबारी तेज कर दी है. कीव, खारकीव, बुका और इरपिन शहर में कई इमारतें खंडहर में तब्दील हो गई हैं. लोग खौफजदा होकर देश छोड़ रहे हैं.
रूस की मिसाइलों से यूक्रेन लगभग तबाह हो चुका है. सात दिनों से हो रहे मिसाइल हमलों में हजारों लोगों की जान गई तो वहीं कई घायल भी हुए हैं. दूसरी तरफ यूक्रेन में पड़ रही ठंड परेशानी को और बढ़ा रहा है. दरअसल यूक्रेन में फिलहाल तापमान शून्य से 3 डिग्री नीचे है. यूक्रेन में बन रही स्थिति को देखते हुए ब़ड़ी संख्या में लोगों का पलायन हो रहा है. पांच लाख से ज्यादा लोग यूरोपीय संघ के देशों या फिर किसी और देश में शरण ले चुके हैं.
मंगलवार को कीव में टीवी टावर को बनाया निशाना
मंगलवार को रूसी सेना ने राजधानी कीव में मुख्य टीवी टावर को निशाना बनाया है. इस हमले में पांच लोगों की मौत हो गई और कई टीवी चैनलों का प्रसारण प्रभावित हुआ है. यूक्रेन के गृहमंत्री ने इसकी जानकारी दी है. विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा, ''रूसी सेना ने बेबनियार में मेमोरियल कॉम्पलेक्स के नजदीक टीवी टावर पर हमले किए. रूसी अपराधानी अपनी बर्बरता से बाज नहीं आ रहे हैं. रूस=बर्बर''. टीवी टावर उस ओब्राहएच मेट्रो स्टेशन से काफी करीब है जहां सैकड़ों लोग सबवे में पनाह लिए मौजूद हैं.
10 लाख से अधिक लोगों ने छोड़ा देश
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 10 लाख से ज्यादा शरणार्थी यूक्रेन से भागकर पड़ोसी देशों में चले गए हैं. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि पिछले हफ्ते रूस द्वारा किये गये हमले के बाद से यूक्रेन के आठ लाख 74 हजार से अधिक लोग देश छोड़कर भाग चुके हैं और इस आंकड़े में ‘गुणात्मक बढ़ोतरी’ हो रही है और कुछ घंटों के बाद इस संख्या के 10 लाख को पार कर जाने की उम्मीद है.
यूक्रेन संकट हो सकता है सदी का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट
यूएनएचसीआर की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने कहा कि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से वाले पड़ोसी देशों में लोगों का भागकर जाना जारी है और मंगलवार से दो लाख से अधिक लोगों ने यूक्रेन की सीमा पार की है. एक दिन पहले ही मंटू ने आगाह किया था कि यूक्रेन से लोगों का पलायन इतने बड़े पैमाने पर जारी है कि यह इस सदी का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट होगा.
40 लाख लोग कर सकते हैं पलायन
उन्होंने कहा कि यूएनएचसीआर ने पहले अनुमान लगाया था कि यूक्रेन से 40 लाख लोग पलायन कर सकते हैं, लेकिन एजेंसी अपने पूर्वानुमान का पुनर्मूल्यांकन करेगी. ताजा आंकड़े दर्शाते हैं कि आधे से अधिक अर्थात करीब चार लाख 54 हजार लोग पोलैंड और एक लाख 16 हजार से अधिक हंगरी गये हैं और 79,300 ने मोल्दोवा में शरण ली है. कुल 69,000 लोग अन्य यूरोपीय देश गये हैं तो 67,000 लोगों ने स्लोवाकिया का रुख किया है.
रूस का आखिर क्यों निशाना बना खारकीव? जानें यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर का क्या है इतिहास