Ukraine Russia War: युद्धग्रस्त यूक्रेन (Ukraine ) में फंसे भारतीयों के लिए भारत के रक्षा मंत्रालय ने सर्वाइवल-गाइडलाइंस (Survival-Guidelines) जारी की हैं. इन गाइडलांइस में फोन की बैटरी के कम इस्तेमाल से लेकर छोटे-छोटे ग्रुप के कमांडर बनाना और बमबारी होने की दशा में सुरक्षित रहने जैसे उपाय बताए गए हैं. वहीं लड़ाई के दौरान फोटो या वीडियो ना बनाने का निर्देश दिया गया है.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस (एमपी-आईडीएसए) ने ये सर्वाइवल-एडवायजरी तैयार की है. जानते हैं इसके बारे में:-
संभावित खतरे
- हवाई हमले, विमानों और ड्रोन से अटैक
- मिसाइल अटैक
- तोप की बमबारी
- गन-फायरिंग
- बम-विस्फोट
- बिल्डिंग का मलबा गिरना
- इंटरनेट जैमिंग
- बिजली-पानि की आपूर्ति बाधित होना
- साइकोलॉजिकल ट्रॉमा और दर्द
- चोट लगना और मेडिकल सुविधा ना मिलना
- आवाजाही बाधित होना
- सैनिकों या फिर बंदूकधारियों से आमना-सामना होना
ग्राउंड-रुल्स
- फंसे हुए सभी भारतीयों के बारे में जानकारी इकठ्ठा करें और सभी के साथ शेयर करें.
- मानसिक तौर से मजबूत रहें. हड़बड़ाए नां.
- अपने आप को 10-12 लोगों के छोटे-छोटे ग्रुप में बांट लें. हर ग्रुप का एक कमांडर और डिप्टी कमांडर नियुक्त करें. ग्रुप में दो-दो के बडी-पेयर में रहें.
- आपकी उपस्थिति और ठिकाने के बारे में आपके बडी (साथी) और छोटे ग्रुप को पता होना चाहिए.
- अपने ग्रुप का व्हाट्सअप ग्रुप बनाएं और सभी के नाम-पते की जानकारी उसमें शेयर करें. हो सके तो अपनी जियो-लोकेशन भी एंबेसी के कंट्रोल रुम या फिर विदेश मंत्रालय की हेल्पलाइन से साझा करें. हर 8 घंटे में ग्रुप का हेड-काउंट करें.
- स्थानीय प्रशासन, एंबेसी और कंट्रोल रुम से सिर्फ और सिर्फ ग्रुप का कमांडर और डिप्टी कमांडर ही कोर्डिनेट करें. इससे भ्रम की स्थिति नहीं बनेगी और ग्रुप के सभी साथियों के फोन की बैटरियां भी खत्म नहीं होंगी.
सर्वाइवल-गाइडलाइंस
- सभी जरूरी सामानों की छोटी-किट बनाएं और अपने साथ रखें.
- इमरजेंसी किट में पासपोर्ट, आई-कार्ड, लाइफ-सेविंग ड्रग्स, टॉर्च, मैच-बॉक्स, लाइटर, मोमबत्ती, कैश, एनर्जी-बॉर, पावर-बैंक, पीने का पानी, फर्स्ट ऐड किट, हेड-गियर, मफलर, गरम जैकेट, गरम मोजे होने चाहिए.
- खाने-पीने के सामान को बचाकर रखें. पूरा खाना ना खाएं. थोड़ा खाएं ताकि राशन लंबा चल सके. पानी पीते रहें. बर्फ वाली जगह में बर्फ को पिघलाकर पानी पीएं.
- एक बड़े बैग में मैट और चादर रखें ताकि खुले में पानी, ओलों, आंधी-तूफान, बारिश और बर्फबारी से बच सकें.
- अपने फोन के सभी अनावश्यक ऐप हटा दें ताकि फोन की बैटरी लंबी चल सकें.
- अगर बीमार या घायल हैं तो कंट्रोल रुम, हेल्पलाइन या फिर व्हाट्सएप ग्रुप से मदद लें.
- जितना हो सकें तो इंडोर रहें. ज्यादा से ज्यादा बेसमेंट और बंकर में रहें.
- अगर आप सड़क या गली में जा रहें हैं तो बीच में ना चलें, बिल्डिंग से सटकर चलें. सीधे चलने के बजाए झुक कर चलें. सड़क को क्रॉस ना करें, सिटी-सेंटर, मॉल और डाउन-टाउन इलाकों में जाने से बचें. शहर में घूमने से बचें.
- रुसी भाषा के दो-तीन वाक्य जरूर याद कर लें. जैसे मैं भारतीय हूं, मैं नॉन-कॉम्बेटेंट हूं, कृपया मेरी मदद करें.
- जब आप एक ही जगह पर लंबे समय तक हों तो अपने हाथ-पैर को चलाते रहें ताकि ब्लड-सर्कुलेशन चलता रहे.
- शॉर्ट-नोटिस पर तुरंत चलने के लिए तैयार रहें. उस दौरान बड़े बैग ले जाने से बचें.
- अगर आपको कोई मिलिट्री चैक-पोस्ट, पुलिस या फिर लड़ाके रोकते हैं तो उनके साथ सहयोग करें. हैंड्स-अप करें और शांत रहें. बिना किसी विरोध के कंट्रोल रुम से संपर्क करें.
- मूवमेंट या फिर किसी जगह को सिर्फ कंट्रोल रुम और हेल्पलाइन के दिशा-निर्देशों पर ही खाली करें.
क्या ना करें
- बंकर, बेसमेंट और शेल्टर से बाहर ना निकलें.
- भीड़भाड़ और डाउन-टाउन इलाकों में ना जाएं.
- स्थानीय विरोध-प्रदर्शन और मिलेशिया का साथ ना दें.
- सोशल मीडिया पर कमेंट करने से बचें.
- हथियारों और बिना फटे बम और गोला-बारूद को ना उठाएं.
- सेना की गाड़ियों, सैनिकों, चैक-पोस्ट, लड़ाकों की तस्वीरें ना लें.
- लड़ाई के दौरान वीडियो ना बनाएं.
- सायरन बजते ही तुरंत शेल्टर में छिप जाएं. अगर कहीं खुली जगह में हैं तो पेट के बल लेट जाओ और अपने सिर को छिपा लें.
- बंद जगह में आग ना जलाएं.
- शराब और मादक-पदार्थों का सेवन ना करें.
- गीली जुराब ना पहनें ताकि फ्रॉस्टबाइट से बचा जा सके. जहां भी मौका मिले अपने जूते खोलकर जुराबों को सूखा लें.
- टूटी हुई बिल्डिंग में शरण ना लें.
- बिल्डिंग के भीतर हैं तो कांच वाली खिड़की-दरवाजों से दूर रहें ताकि बम धमाकों के दौरान चोट ना लगे.
- चैक-पोस्ट पर संतरियों और जवानों के पास जाकर तुरंत अपने दस्तावेज अपनी जेब इत्यादि से निकालकर दिखाने की जल्दबाजी ना करें. जवानों से बहस या लड़ाई-झगड़ा ना करें.
यह भी पढ़ें: