यूक्रेन और रूस के बीच भीषण जंग जारी है. रूसी हमले में सैनिकों समेत कई आम नागरिकों की भी जान जा चुकी है. ऐसे में यूक्रेन में रह रहे लोगों के बीच काफी भय का माहौल बना हुआ है. यूक्रेन (Ukraine) से ब़ड़ी संख्या में लोगों का पलायन हो रहा है. पांच लाख से अधिक लोग यूरोपीय संघ के देशों या फिर किसी और देश में शरण ले चुके हैं. इस बीच यूरोपीय संघ (European Union) ने यूक्रेनियन (Ukrainians) को 3 साल तक रहने का अधिकार देने की योजना बनाई है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक यूरोपीय संघ युद्ध से बने हालात के बाद वहां से भागे यूक्रेनियाई लोगों को 27 देशों के ब्लॉक में तीन साल तक रहने और काम करने का अधिकार देने की तैयारी कर रहा है. वरिष्ठ यूरोपीय अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि यूरोपीय संघ यूक्रेन से आने वाले लोगों की मदद करेगा.
शरणार्थियों को EU देगा 3 साल तक रहने और रोजगार का अवसर
यूरोपीय संघ (European Union) के गृह मामलों के आयुक्त यल्वा जोहानसन ने बताया कि अब तक कम से कम 400,000 यूक्रेनी शरणार्थी यूरोपीय संघ के देशों में आने के लिए मजबूर हुए हैं. यूरोपीय संघ के सदस्य पोलैंड (Poland), रोमानिया, स्लोवाकिया और हंगरी की यूक्रेन के साथ सीमाएं लगती है. रोमानिया और यूक्रेन के बीच सीमा पार की यात्रा के बाद जोहानसन ने मीडिया से बताया कि हमें लाखों लोगों के लिए तैयारी करनी होगी. यूरोपीय संघ में विस्थापित व्यक्तियों के बड़े पैमाने पर आगमन से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह सभी यूरोपीय संघ के राज्यों में एक से तीन साल के लिए समान स्तर की सुरक्षा प्रदान करेगा. इसके साथ ही उनके निवास, रोजगार और सामाजिक कल्याण पर जोर दिया जा रहा है.
यूक्रेन से भारी संख्या में लोगों का पलायन
न्यूज एजेंसी एएफपी ने यूएन के हवाले से सोमवार को बताया था कि यूक्रेन में जारी जंग के बीच 5 लाख से अधिक लोग पलायन करने को मजबूर हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र के शरणार्थी मामलों के उच्चायोग (UNHCR) प्रमुख फिलिपो ग्रांडी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी थी. रूसी हमले की वजह से सुरक्षा को लेकर चिंतित लोग तेजी से देश छोड़कर भाग रहे हैं. रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों पर हमले कर रहे हैं. यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को तबाह किया जा रहा है. भारी संख्या में लोग पोलैंड, हंगरी और रोमानिया समेत अन्य देश में शरण ले रहे हैं.
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