यूक्रेन पर हमले के बाद पहली बार हुई पुतिन और मैक्रों की बातचीत, मैक्रों ने कहा- रूस ने हमला रोकने से किया इनकार
राष्ट्रपति पुतिन और मैक्रों की मुलाकात फरवरी के दूसरे हफ्ते मॉस्को में भी हुई थी. उस समय पुतिन ने भी यूक्रेन में नाटो सेना की घुसपैठ की शंकाओं को दूर करने की शर्त रखी थी.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से यूक्रेन पर हमले रोकने के लिए एक बार फिर कहा है, लेकिन पुतिन अभी ऐसा नहीं करेंगे. मैक्रों ने ट्वीट करते हुये कहा कि इस समय तो उन्होंने इससे इनकार किया है.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने पुष्टि की कि उन्होंने गुरुवार को पुतिन से फोन पर बात की थी और कहा कि वह उनसे बातचीत जारी रखेंगे ताकि और अधिक मानवीय त्रासदी नहीं हो. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि हमें हालात बदतर होने से रोकना चाहिए.
दोनों नेताओं के बीच हुई करीब 90 मिनट तक बातचीत
उनकी बीच हुई इस बातचीत की पुष्टी दोनों देशों ने की है. दोनों नेताओं के बीच करीब 90 मिनट तक बातचीत चली. इसके बाद मैक्रों ने कहा कि पुतिन पूरे यूक्रेन पर कब्जा करना चाहते हैं. यूक्रेन में सबसे बुरा होना बाकी है.
गौरतलब है कि पुतिन और मैक्रों की मुलाकात पिछले महीने यानी फरवरी के दूसरे हफ्ते मॉस्को में हुई थी. उस समय मैक्रों ने ने रूस से जंग की आशंका को खत्म कर आपसी विश्वास बहाली को कायम करने के लिए आग्रह किया था जिस पर पुतिन ने भी यूक्रेन में नाटो (NATO)सेना की घुसपैठ की शंकाओं को दूर करने की शर्त रखी. इन दोनों नेताओं की बैठक की तस्वीरें भी इंटरनेट में काफी वायरल हुई थी.
पुतिन ने फ्रांस की भूमिका को लेकर की सराहना
मैक्रों ने तनाव कम करने के लिए चर्चा को संभावित पहला कदम बताते हुए कहा कि संवाद जरूरी है क्योंकि उनके विचार में यही एक बात है जिससे यूरोपीय महाद्वीप पर सुरक्षा और स्थिरता कायम करने में मदद मिल सकती थी. वहीं व्लादिमीर पुतिन ने यूरोपीय सुरक्षा को लेकर फ्रांस की भूमिका की सराहना की है.
उल्लेखनीय है कि रूसी सेना लगातार कीव, खारकीव और चेर्निहिव समेत यूक्रेन के कई शहरों पर हमले कर रही है. न्यूज़ एजेंसी एपी के मुताबिक, यूक्रेन के उत्तरी शहर चेर्निहिव पर रूस के हमले में कम से कम 22 नागरिक मारे गये, बचावकर्मी मलबे में अन्य लोगों की तलाश कर रहे हैं.
रूसी सेना ने एक बंदरगाह पर किया कब्जा
रूसी सेना ने एक रणनीतिक बंदरगाह पर कब्जा कर लिया है और दूसरे को घेर लिया है. इसके साथ ही मॉस्को अपने पड़ोसी को काला सागर से काटने की कोशिश कर रहा है. रूसी सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि 2,80,000 लोगों की आबादी वाले खेरसॉन पर उसका नियंत्रण है, जो पिछले हफ्ते रूसी आक्रमण शुरू होने के बाद से कब्जे में जाने वाला पहला बड़ा शहर है.
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