Russia Ukraine War: यूक्रेन (Ukraine) में फंसे हजारों भारतीय छात्र (Indian students in Ukraine) किसी न किसी तरह वहां से निकल जाने की कोशिशों में लगे हैं. बड़ी संख्या में छात्र भारत पहुंच भी गए हैं लेकिन अब भी कई छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. इन्हीं में कुछ छात्र ऐसे भी हैं जो अपने पालतू जानवरों को अपने साथ भारत ले आए. दिलचस्प बात यह रही कि सरकार ने भी ऐसे छात्रों को जानवरों को साथ ले आने की इजाजत दे दी.
इंदौर की रहने वाली डॉ मैत्री के पास क्लाउस नाम की बिल्ली है. डॉ मैत्री कीव से सिर्फ अपनी बिल्ली और उसका खाना लेकर निकाली थी. इसी तहसे शिवानी जो इंदौर की रहनेवाली है उनके पास आर्या नाम की बिल्ली है.
दिल्ली की आशिता के पास कुत्ता है जिसका नाम सिंबा है और अगर इन्हें आने की इजाजत नहीं मिलती तो ये भी नहीं आती. इसी तरह दीप्ति जो की करनाल की रहनेवाली है वो अपने कुत्ते चक को भारत लाई है.
इस बीच गुरुवार को पीएम मोदी ने यूक्रेन से लौटे भारतीय छात्रों से वारणसी में मुलाकात की. छात्रों ने अपने-अपने अनुभव पीएम मोदी को बताए. एक छात्र ने कहा कि अन्य देशों के नागरिक हमारे झंडे का इस्तेमाल करके यूक्रेन से बाहर निकले. वहीं, एक छात्रा ने कहा कि हमारा देश इतना अच्छा है कि अन्य देशों के लोग भी हमारे विमान से निकल रहे हैं.
एक अन्य छात्र ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि पहली बार हमने भारतीय झंडे की ताकत देखी. हमारे झंडे को देखकर हमारी कोई चेकिंग नहीं हुई. कई अन्य देशों के नागरिक हमारे झंडे का इस्तेमाल करके यूक्रेन की सीमा को पार कर रहे थे.
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