Ukraine Russia War: रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) युद्ध के बाद बड़ी संख्या में यूक्रेन छोड़कर जाने वाले विदेशी छात्रों (foreign students) के साथ भेदभाव बरते जाने के आरोपों पर यूक्रेन सरकार (Ukrainian government) ने सफाई जारी की है. यूक्रेन के विदेश मंत्रालय (Ukraine's Foreign Ministry) ने बयान जारी कर कहा है कि दशकों से दुनिया के सभी कोनों से विदेशी छात्रों के लिए एक प्रमुख गंतव्य रहे यूक्रेन में किसी भी प्रकार के भेदभाव, जिसमें नस्ल, त्वचा के रंग या राष्ट्रीयता के आधार पर भेदभाव शामिल है, को कभी भी माफ नहीं किया गया है.
यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम विदेशी नागरिकों को यूक्रेन को सुरक्षित और जल्द से जल्द छोड़ने के लिए समर्थन देने को प्राथमिकता देना जारी रखेंगे. हम सभी विदेशी सरकारों से आग्रह करते हैं कि वे राष्ट्रपति पुतिन से मांग करें कि वह यूक्रेन पर अपना युद्ध तुरंत बंद कर दें.
130,000 से अधिक विदेशियों ने छोड़ा यूक्रेन
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि यूक्रेन ने 130,000 से अधिक विदेशियों को देश छोड़ने में सहायता की है, जिसमें 10,000 भारतीय, 2,500 चीनी, 1,700 तुर्कमेन और 200 उज़्बेक छात्र शामिल हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा, “कृपया ध्यान दें कि अत्यंत कठिन परिस्थितियों के बावजूद, यूक्रेनी सरकार ने पश्चिमी सीमा पर सभी चौकियों को 24 घंटे खुला रखना जारी रखा है. चेक और चेक-इन संचालन को यथासंभव सरल बनाया गया है और आवश्यक दस्तावेजों की सूची को कम से कम किया गया है.”
‘अन्य देशों के राजनयिक मिशन सहयोग करें’
बयान में कहा गया, “हम अन्य देशों के राजनयिक मिशनों से आह्वान करते हैं कि वे संघर्ष क्षेत्रों से अपने नागरिकों को निकालने के हमारे प्रयासों में शामिल हों और यूक्रेन के विदेश मंत्रालय के साथ नियमित संपर्क बनाए रखें.”
विदेश मंत्रालय ने कहा, “सीमा पार करने वाले सभी राष्ट्रीयताओं के नागरिकों को कानून और व्यवस्था का पालन करने और चुनौतीपूर्ण स्थिति के आलोक में जिम्मेदारी से कार्य करने के लिए कहा जाता है. जो लोग क्रॉसिंग कर रहे हैं उन्हें दस्तावेज तैयार रखने और यथासंभव व्यवस्थित होने के लिए कहा जाता है. इसके अलावा, हम चाहते हैं कि इस बेहद चुनौतीपूर्ण समय के दौरान सीमा पार करने वाले सीमा पर सभी के प्रति आपसी सम्मान और समझ दिखाएं.”
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