रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग जारी है. यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमले की खबर से दुनियाभर के देशों की चिंता बढ़ गई है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी (UN Atomic Agency) के प्रमुख ने पुष्टि की है कि यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र में लगी आग से कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ नहीं निकला है. यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बीच गुरुवार की देर रात गोलाबारी के बाद लगी आग से परमाणु ऊर्जा संयंत्र (Nuclear Plant) का कौन सा हिस्सा प्रभावित हुआ है इस बारे में शुरूआती रिपोर्ट स्पष्ट नहीं थी. एपीटीएन के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी (Rafael Mariano Grossi) ने शुक्रवार को कहा कि इमारत रिएक्टर का हिस्सा नहीं थी.
'परमाणु प्लांट से नहीं निकला कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ'
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (International Atomic Energy Agency) के महानिदेशक राफेल मारियानो ग्रॉसी (Rafael Mariano Grossi) ने आगे कहा कि अभी भी रिएक्टर नियंत्रण में है और आग पर काबू पा लिया गया है. यूक्रेनी स्टेट परमाणु कंपनी ने कहा कि रूसी हमले में तीन यूक्रेनी सैनिक मारे गए और दो घायल हो गए. संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि संयंत्र में केवल एक रिएक्टर लगभग 60% क्षमता के साथ पर काम कर रहा है. इससे पहले न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने यूक्रेन के सरकारी अधिकारी के हवाले से बताया था कि यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा केंद्र (Zaporizhzhia Nuclear Power Plant) से धुआं निकलता दिखाई दे रहा है.
यूरोप का सबसे बड़ा न्यूक्लियर एटॉमिक प्लांट
यूक्रेन की सरकार ने परमाणु संयंत्र में आग लगने की खबर के बाद रूसी सैनिकों से यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा केंद्र पर हमला बंद करने की अपील की थी. यूक्रेन की सरकार ने कहा था कि अगर यह उड़ा तो चोरनोबिल से 10 गुना बड़ा धमाका होगा ऐसे में रूसी सैनिकों को तुरंत ही आग बंद करनी चाहिए. गौरतलब है कि यूक्रेन में Zaporizhzhia परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 6 रिएक्टर हैं. यह पूरे यूरोप में सबसे बड़ा और धरती पर 9वां सबसे बड़ा रिएक्टर की श्रेणी में आता है.
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