Ukraine Russia War: रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग जारी है. शनिवार को युद्ध के 17वें दिन भी रूसी सैनिक यूक्रेन के अलग-अलग शहरों को निशाना बना रहे हैं. रूस की सेना तेजी से देश की राजधानी कीव की तरफ बढ़ रही है. स्कूल और अस्पतालों को निशाना बनाया जा रहा है. मारियुपोल में रूसी सैनिकों की ओर से किए गए अस्पताल पर हमले में तीन लोगों की जान चली गई है. कई शहरों में लोग बमबारी के बाद मलबे में दब गए हैं. इस बीच यूक्रेन में रह रहे लोगों में डर और भय का माहौल बना हुआ है. जंग के बीच भारी संख्या में लोग वहां से पलायन कर रहे हैं. यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंचकर लोग अपने रहने का ठिकाना तलाश रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र का मानना है कि अब तक यूक्रेन से करीब 25 लाख लोग पलायन कर चुके हैं.
यूक्रेन से 25 लाख लोगों का पलायन
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक, 24 फरवरी को रूस की ओर से पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू होने के बाद से कम से कम 2.5 मिलियन यूक्रेनियन देश छोड़कर भाग गए. यूएन शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक ये आंकड़ा काफी बढ़ सकता है. अनुमानित तौर पर 40 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर दूसरे देशों की शरण में जाने के लिए मजबूर हो सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि यूक्रेन के भीतर कम से कम 1.85 मिलियन लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हुए हैं. यूक्रेन से लोग पड़ोसी देशों में शरण तलाश रहे हैं. पोलैंड, हंगरी, रोमानिया समेत कई और देशों में लोग पलायन को मजबूर हैं.
पड़ोसी देशी में शरण ले रहे हैं यूक्रेन के लोग
यूएन रिफ्यूजी एजेंसी के अनुसार, पोलैंड ने यूक्रेनी शरणार्थियों का समर्थन किया है. यहां करीब 15 लाख शरणार्थी पहुंचे हैं. सरकार ने स्वागत केंद्रों की स्थापना की है. इसके अलावा कई धर्मार्थ संगठन बड़े पैमाने पर सहायता के प्रयास में जुटे हैं. आंकड़ों के मुताबिक हंगरी में करीब सवा दो लाख शरणार्थी हैं. जो यूक्रेन से पलायन को मजबूर हुए कुल लोगों का करीब 9 फीसदी है. वहीं यूक्रेन के करीब 84 हजार शरणार्थी अब रोमानिया में हैं. फिलहाल रूसी सैनिक लगातार यूक्रेन के अलग-अलग शहरों को निशाना बना रहे हैं. लोगों का दूसरे देशों में पलायन करना जारी है.
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