रूस यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का आज 51वां दिन है. इस दौरान रूस ने यूक्रेन के कई बड़े शहरों को तबाह कर दिया है. दोनों देशों में से कोई भी इस युद्ध में पीछे हटने को तैयार नहीं है. वहीं इसी बीच अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने रूसी युद्धपोत मस्कोवा के दो यूक्रेनी मिसाइल लगने से डूबने का दावा किया है. समाचार एजेंसी एएफपी ने पेंटागन के हवाले से रसियन युद्ध पोत मस्कोवा के डूबने की जानकारी दी है.


मस्कोवा युद्धपोत डूबने के बाद माना जा रहा है कि रूस इसके जवाब में यूक्रेन पर अपन हमलों को तेज कर सकता है.आपको बता दें कि गुरुवार को काला सागर में तैनात मस्कोवा के बुरी तरह से क्षतिग्रस्त होने की सूचना सामने आई थी. 


रूसी सेना को लगा है गहरा झटका


ऐसा माना जा रहा है कि मस्कोवा के डूबने से रूसी सेना को गहरा झटका लगा है. आपको बता दें कि शुक्रवार को रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन के सैनिकों के कथित रूप से रूसी क्षेत्र में आने के जवाब में शुक्रवार को राजधानी कीव पर मिसाइल हमले तेज करने की बात कही थी.


कीव पर हमले तेज करने की धमकी ऐसे वक्त आई है जब रूसी अधिकारियों ने यूक्रेन पर देश की सीमा से लगे ब्रांस्क में आवासीय भवनों पर हवाई हमले शुरू करने और सात लोगों को घायल करने का आरोप लगाया. रूस के एक अन्य सीमावर्ती क्षेत्र के अधिकारियों ने भी  गुरूवार को यूक्रेन की ओर से गोलाबारी की सूचना दी.


कीव में धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है जन जीवन


रूस के राजधानी कीव पर कब्जा करने में विफल रहने और देश के पूर्व में हमले पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उत्तरी यूक्रेन से अपने सैनिकों को वापस बुलाने के बाद कीव में जन जीवन धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. लेकिन अब नए सिरे से बमबारी शहर के निवासियों को मेट्रो स्टेशनों में शरण लेने और हवाई हमले के सायरन के बीच लौटने को मजबूर करेगी.


यूक्रेन के अधिकारियों ने रूस में लक्षित स्थानों पर हमले की पुष्टि नहीं की है और रूसी अधिकारियों की रिपोर्ट की भी स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है. हालांकि, यूक्रेन के अधिकारियों ने दावा किया है कि उनके सुरक्षाकर्मियों ने बृहस्पतिवार को एक महत्वपूर्ण रूसी युद्धपोत को मिसाइल हमला कर मार गिराया. अगर यह सच है तो यूक्रेन के लिए यह एक बड़ी जीत होगी.


लंबी दूरी की मिसाइलों को ले जाने की क्षमता रखता है मस्कोवा


मस्कोवा युद्धपोत लंबी दूरी की 16 मिसाइलें ले जाने की क्षमता रखता था. जानकारों का कहना है कि युद्धपोत के डूबने से काला सागर में रूस की सैन्य क्षमता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा. इसके अलावा यह घटना पहले से ही एक बड़ी ऐतिहासिक भूल के रूप में देखे जाने वाले यूक्रेन युद्ध में रूस की प्रतिष्ठा के लिए बड़ा झटका भी है. वहीं, राजधानी कीव सहित देश के उत्तरी हिस्से से पीछे हटने के बाद रूस पूर्वी यूक्रेन पर हमले की तैयारियों में जुटा है. ऐसे में युद्धपोत का डूबना रूस के लिए बड़ी सांकेतिक हार माना जा रहा है.


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बृहस्पतिवार रात देश के नाम दिए वीडियो संबोधन में रूसी युद्धपोत के डूबने की ओर इशारा किया. जेलेंस्की ने यूक्रेन के लोगों से कहा कि उन्हें इस युद्ध में 50 दिन तक जीवित रहने पर काफी गर्व होना चाहिए, जबकि रूस ने उन्हें सिर्फ पांच दिन दिए थे. यूक्रेन ने कैसे रूसी आक्रमण का सामना किया है, इस बात का जिक्र करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि जिन्हें लगता था कि समुद्र के तल में पहुंचने के बाद भी रूसी युद्धपोत बच सकता है वह कितने गलते थे.


रूसी रक्षा मंत्रालय ने किया इनकार


रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि युद्धपोत एक बंदरगाह पर ले जाते समय आए तूफान में डूब गया. मंत्रालय के मुताबिक, युद्धपोत पर आमतौर पर 500 नाविक तैनात होते हैं और इसके डूबने से पहले ही चालक दल के सभी सदस्यों को सुरक्षित उतार लिया गया था जिसके बाद उस पर लगी आग पर भी काबू पा लिया गया था.


एक दिन पहले रूसी अधिकारियों ने यूक्रेनी सेना पर यूक्रेन की सीमा से लगे एक रूसी क्षेत्र में आवासीय भवनों पर हवाई हमले शुरू करने का आरोप लगाया था. रूसी अधिकारियों के मुताबिक इन हमलों में सात लोग घायल हो गए थे.रूसी अधिकारियों के अनुसार, ब्रांस्क क्षेत्र के क्लिमोवो गांव पर बृहस्पतिवार को हुए हमले में करीब 100 आवासीय भवन क्षतिग्रस्त हो गए.


रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन के चेर्निहाइव क्षेत्र में रूसी सेना ने यूक्रेन के एक एमआई-8 हेलीकॉप्टर को मार गिराया जो कथित तौर पर ब्रांस्क क्षेत्र पर हमले में शामिल था. एक अन्य सीमावर्ती क्षेत्र बेलगोरोड के अधिकारियों ने भी बृहस्पतिवार को यूक्रेन द्वारा गोलाबारी की सूचना दी.


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