Russia Ukraine War: यूक्रेन की सरकार ने लोगों की निकासी को यह कहते हुए रोक दिया है कि रूसी सेना नागरिक निकासी गलियारों को निशाना बना रही है. यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरीना वीरेशचुक ने सोमवार को कहा कि रूस मानवीय निकासी मार्गों पर गोलाबारी कर रहा है और इन्हें अवरुद्ध कर रहा है. युद्ध शुरू होने के बाद से नागरिक काफिले पर गोलाबारी के कारण लोगों की निकासी बार-बार बाधित हुई है.
वीरेशचुक के अनुसार, सरकार ने अन्य शहरों के साथ-साथ लुहांस्क क्षेत्र से मारियुपोल और बर्दियांस्क से निकासी मार्ग को लेकर बातचीत की है. लुहांस्क सरकार ने कहा कि क्षेत्र से भागने की कोशिश कर रहे चार नागरिकों को रूसी सेना ने गोली मार दी.
पूर्वी शहर खारकीव में एक रिहायशी इलाके में सोमवार को गोलाबारी में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए. इनमें एक महिला भी थी जो पानी लेने जा रही थी.
जेलेंस्की की विश्व से की अपील
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूसी सैनिक दक्षिणी यूक्रेन में लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं और कई लोगों को अगवा भी किया गया है. उन्होंने विश्व से इन यातनाओं का जवाब देने की अपील की. जेलेंस्की ने रविवार शाम राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘यातना कक्ष बनाए गए हैं. वे स्थानीय सरकारों के प्रतिनिधियों और स्थानीय समुदाय के लोगों का अपहरण कर रहे हैं.’’
जेलेंस्की ने कहा कि मानवीय सहायता के सामान की चोरी की गई है, जिससे अकाल की स्थिति उत्पन्न हो रही है.उन्होंने कहा कि खेरसोन और जापोरिझझिया क्षेत्रों के कब्जे वाले हिस्सों में, रूस अलगाववादी राज्य बना रहा है और रूसी मुद्रा ‘रूबल’ की शुरुआत कर रहा है.
जेलेंस्की ने दुनिया से रूस के खिलाफ बैंकिंग क्षेत्र और तेल उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में लगाए प्रतिबंधों को बढ़ाने का एक बार फिर आह्वान किया. उन्होंने कहा, ‘‘यूरोप और अमेरिका में हर कोई देख सकता है कि रूस खुले तौर पर पश्चिमी समाज को अस्थिर करने के लिए ऊर्जा का उपयोग कर रहा है. इसका मुकाबला करने के लिए पश्चिमी देशों को तेजी से नए एवं शक्तिशाली प्रतिबंध लगाने चाहिए.’’
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