Ukraine Conflict: यूक्रेन को लेकर रूस और अमेरिका में बात इस हद तक बढ़ चुकी है कि नौबत परमाणु युद्ध तक पहुंच गयी है. अमेरिका ने परमाणु हमला करने में सक्षम बी-52 बॉम्बर्स जेट को यूरोप में तैनात कर दिया है, अपने सबसे आधुनिक स्टेल्थ फाइटर जेट F-35 को भी भेज दिया है. वहीं दूसरी तरफ रूस कल राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में अब तक की सबसे बड़ी न्यूक्लियर मिसाइल ड्रिल करने जा रहा है.


नाजुक दौर में पहुंचे हालात


इस बात से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि हालात कितने नाज़ुक दौर में पहुंच चुके हैं. हालांकि इस जंग को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अहम बैठक भी हुई, लेकिन यहां भी रूस और उसके विरोधी देशों के बीच गरमा गरमी साफ दिखी. 


दूसरी तरफ रूस को रोकने के लिए यूरोप के कई देशों ने भी अपने-अपने फाइटर जेट्स की तैनाती कर दी है, तो रूस भी पीछे नहीं रहा है. उसकी नेवी ने एक तरह से यूक्रेन पर अटैक का ट्रायल शुरु कर दिया है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन पहले भी अमेरिका को अपने परमाणु हथियारों की याद दिला चुके हैं.


आधुनिक न्यूक्लियर ताकत के मामले में बेहतर है रूस 


पुतिन ने समाचार एजेंसियों से बात करते हुये कहा था कि हमें पता है कि नाटो की संयुक्त ताकत के सामने रूस का मुकाबला नहीं है. हम ये समझते हैं लेकिन हमें ये भी पता है कि रूस दुनिया की अग्रणी न्यूक्लियर ताकतों में से एक है. 


पुतिन ने कहा कि कई दूसरे देशों से आधुनिक न्यूक्लियर फोर्स के मामले में रूस बहुत ज्यादा बेहतर है ऐसे में कोई भी विजेता नहीं होगा. यानी इशारों ही इशारों में पुतिन बता चुके हैं कि अगर जरूरत पड़ी तो वो अपने परमाणु बम का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेंगे. शायद यही वजह है कि अमेरिका ने अपने बी-52 बॉम्बर्स को यूरोप भेजा है. 


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