Russian Soldier Brutally Thrashed: एक रूसी सैनिक जिसने यूक्रेन में लड़ाई जारी रखने से इनकार कर दिया, उसे बुरी तरह पीटा गया है. उसे तबतक पीटा गया जबतक उसका चेहरा पूरी तरह खून से लथपथ नहीं हो गया. ऐसा पीड़ित के पिता ने दावा किया है. पीड़ित के पिता ने अपनी आपबीती बीबीसी को सुनाई है.
पीड़ित रूसी के पिता ने कहा कि उसने अपने बेटे से युद्ध में न जाने के लिए कहा था. उसने मना किया तो उसे बुरी तरह पीटा गया. दरअसल राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 21 सितंबर को यूक्रेन में लड़ने के लिए सैकड़ों हजारों रूसियों को लामबंद करने का आदेश दिया था, जिसके कारण विरोध प्रदर्शन हुए थे.
पिता ने बताया,''यह उसके लिए एक कठिन निर्णय था. मैंने उससे कहा था कि यह हमारी लड़ाई नहीं है. यह मुक्ति की लड़ाई नहीं है. इसके बाद उसने लिखित रूप में युद्ध में शामिल होने से इनकार कर दिया.''
पिता ने आगे बताया,''उन्होंने उसे पीटा और फिर वे उसे बाहर ले गए जैसे कि वे उसे गोली मारने जा रहे हों. उन्होंने उसे जमीन पर लिटा दिया और उसे दस तक गिनने के लिए कहा. उसने इनकार कर दिया, इसलिए उन्होंने पिस्तौल से उसके सिर पर कई बार वार किया. उसने मुझे बताया कि उसका चेहरा खून से लथपथ था.''
बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि जब पुतिन ने 23 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण का आदेश दिया था, तब सैनिक रूसी सेना में एक सेवारत अधिकारी था. शुरू में उसे यह सही लगा, लेकिन बाद में वो युद्ध को सही नहीं मानता था.
जेलेंस्की ने G-7 देशों से मांगे लॉन्ग रेंज के हथियार
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले करीब साढ़े नौ महीने से जंग जारी है. यूक्रेन के कई इलाके तबाह हो चुके हैं. इस जंग में हजारों लोगों की जानें जा चुकी हैं. यूक्रेन के सैनिक भी रूसी सेना का डटकर मुकाबला कर रहे हैं. इस सबके बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने जी-7 देशों से सैन्य मदद की गुहार लगाई है.
सैन्य हथियारों की कमी का सामने कर रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने जी-7 देशों से जंग के बीच अधिक लंबी दूरी के हथियार भेजने का आग्रह किया है.
जी-7 देशों से सैन्य मदद की गुहार
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को सात राष्ट्रों के समूह (G-7 Countries) से अपनी सरकार को अतिरिक्त दो बिलियन क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस भेजने की अपील की है. इसके अलवा जेलेंस्की ने आधुनिक टैंकों, आर्टिलरी यूनिट्स और गोले के साथ-साथ लंबी दूरी के हथियारों की आपूर्ति करने में मदद करने का आग्रह किया है.