Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले करीब 11 महीने से जंग जारी है. इस युद्ध में यूक्रेन (Ukraine) को तो भारी नुकसान पहुंचा ही है, साथ ही रूस (Russia) को भी काफी क्षति हुई है. इस बीच एक्सपर्ट्स का दावा है कि इस जंग का प्रभाव रूस पर लंबे वक्त तक रहेगा और वो इसके असर को झेल नहीं सकेगा. ग्लोबल स्ट्रैटिजिस्ट एंड एनालिस्ट के एक सर्वे के मुताबिक इस जंग की वजह से रूस के एक असफल राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है.
ग्लोबल स्ट्रैटिजिस्ट एंड एनालिस्ट सर्वे में यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध (Russia Ukraine War) जल्द ही समाप्त होने का कोई संकेत नहीं दिखता है.
क्या 10 सालों में खत्म हो जाएगा रूस?
ग्लोबल स्ट्रैटिजिस्ट एंड एनालिस्ट के एक सर्वे में यह दावा किया गया है कि आने वाले 10 सालों में रूस का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा. विश्लेषकों के अनुसार सर्वे में कहा गया है कि यूक्रेन में अपने महंगे युद्ध को आगे बढ़ाते हुए रूस एक असफल राष्ट्र बनने का जोखिम उठा रहा है और , आने वाले दशक में रूस का अस्तित्व मिट जाएगा.
यूक्रेन युद्ध को लेकर सर्वे
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अटलांटिक काउंसिल के स्कॉक्रॉफ्ट सेंटर फॉर स्ट्रैटेजी एंड सिक्योरिटी (Atlantic Council Scowcroft Center for Strategy and Security) ने 167 वैश्विक रणनीतिकारों और प्रैक्टिशनर्स के विचार को इसमें शामिल किया. उत्तरदाताओं में मुख्य रूप से निजी क्षेत्र, शिक्षा जगत, एनजीओ के साथ-साथ स्वतंत्र सलाहकार समेत कई और क्षेत्रों से लोग शामिल हुए.
असफल राष्ट्र बनने की ओर है रूस?
अटलांटिक काउंसिल के मुताबिक सर्वे के सबसे आश्चर्यजनक परिणाम में से एक यह था कि लोगों ने अगले दशक में संभावित रूसी पतन की ओर संकेत किया. अमेरिकी थिंक टैंक ने सोमवार (10 जनवरी) की रिपोर्ट में कहा कि यूक्रेन के खिलाफ क्रेमलिन का युद्ध धरती पर सबसे बड़े परमाणु हथियारों के शस्त्रागार के साथ उथल-पुथल को तेज कर सकता है. सर्वेक्षण के लगभग 46% उत्तरदाताओं ने उम्मीद जताई कि रूस 2033 तक एक असफल राष्ट्र बन जाएगा या बिखर जाएगा.
जंग खत्म होने के संकेत नहीं
सर्वे के मुताबिक रूस और यूक्रेन के बीच जंग अभी खत्म होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. रूसी आक्रमण के लगभग एक साल पूरे होने को हैं और इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की जानें गईं हैं. भारी मात्रा में क्षति और विनाश किया है. यूक्रेन के अर्थव्यवस्था मंत्रालय के नवीनतम अनुमानों के अनुसार, 2022 में कीव की अर्थव्यवस्था के 30% से अधिक सिकुड़ने की उम्मीद है.
यूक्रेन के सहयोगियों ने रूस से यूक्रेन के पुनर्निर्माण के लिए आर्थिक भुगतान करने का दबाव बनाया है. कई रूसी अधिकारी, संस्थाएं और उद्योग अब पश्चिमी प्रतिबंधों के तहत काम कर रहे हैं. यूक्रेनी भी रूसी सैनिकों के साथ डंटकर मुकाबला कर रहा है. रूस को अपमानजनक हार का भी डर है. 24 फरवरी 2022 से अभी तक जंग जारी है. रूसी सेना अभी भी यूक्रेन के पूर्व और दक्षिण में एक क्षेत्र पर कब्जा कर रही है.
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